हाथरस 01 अगस्त । आज अटेवा पेंशन बचाओ मंच हाथरस के तत्वावधान में हतीसा से कलेक्ट्रेट तक पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एक विशाल रोष मार्च आयोजित किया गया। बाइक और स्कूटी रैली के रूप में निकले इस आंदोलन में हजारों की संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग शामिल हुए। कलेक्ट्रेट परिसर कर्मचारियों की गरजती आवाज़ों से गूंज उठा। रैली के समापन पर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट ओसी के माध्यम से अटेवा जिला अध्यक्ष प्रेमचंद चंदेल व जिला महामंत्री रवि कान्त वर्मा द्वारा सौंपा गया।
जिला अध्यक्ष प्रेमचंद चंदेल ने कहा कि हम उस अवस्था के लिए लड़ रहे हैं जब हम साठ वर्ष के होंगे और सेवा निवृत्त हो चुके होंगे। उस समय अगर पेंशन नहीं आएगी, तो हमारा बुढ़ापा असुरक्षित रहेगा। हमें छलावा नहीं, पुरानी पेंशन चाहिए। महामंत्री रवि कान्त वर्मा ने सवाल उठाया कि जब सरकार एक राष्ट्र, एक चुनाव की बात करती है, तो एक राष्ट्र, एक पेंशन क्यों नहीं? इस अवसर पर जिला संयोजिका अनीता भारती, प्रदेश उपाध्यक्ष बद्रीप्रसाद, टीएससीटी जिला संयोजक डॉ. गोपाल, इंद्रेश गौतम, रौदास, बॉबी चौहान, वारिस अंसारी, सचिन उपाध्याय, श्यामप्रिय सागर और अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखते हुए पुरानी पेंशन को कर्मचारियों का हक बताया और एनपीएस-यूपीएस का जोरदार विरोध किया।
प्रमुख संगठनों की भागीदारी
कृषि विभाग, लेखपाल संघ, सेक्रेटरी संघ, न्यायालय कर्मचारी संघ, कलेक्ट्रेट एसोसिएशन, विकास भवन, यूपी ग्रामीण पंचायत कर्मचारी संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, जूनियर हाईस्कूल संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, यूनाइटेड टीचर एसोसिएशन, विशिष्ट बीटीसी संघ, लोक निर्माण विभाग, नगर पालिका कर्मचारी संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, विद्युत विभाग, पशुपालन विभाग, प्रधानाचार्य परिषद सहित अनेक संगठनों ने समर्थन दिया।
कार्यक्रम में प्रमुख प्रतिभागी रहे
विवेक सिंह, पुष्पेंद्र छतरीवाल, राजीव शर्मा, रमेश चौधरी, संजय गौतम, अखिलेश शर्मा, संजीव वर्मा, राजबहादुर गौतम, तारा माहौर, सचिन उपाध्याय, गरिमा जयंत, इंद्रेश गौतम, अनीता भारती, इदरीश, वारिस अंसारी, बॉबी चौहान, हृदेश चौटाला, अरुण शर्मा, विकास कौशिक, रामकुमार, शोभित जैन, शीनू यादव, जीनत, कीर्ति मौर्य, कविता, पिंकी देवी, नीता गुप्ता, संध्या अग्रवाल, अजीत, भूपेंद्र यादव, रविन्द्र यादव, देवेंद्र सिंह, मिथलेश आदि। सभी ने एक स्वर में कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती, संघर्ष जारी रहेगा। कर्मचारियों ने नारा बुलंद किया — “अबकी बार, ओपीएस बहाल हो सरकार!”