सिकंदराराऊ (हसायन) 30 जुलाई । कस्बे के गडौला मार्ग स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र पर बुधवार को यूरिया खाद वितरण के दौरान भारी अनियमितता और मनमानी का मामला सामने आया। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रभारी द्वारा सरकारी दर से अधिक मूल्य पर यूरिया बेचा गया और उर्वरकों की जबरन बिक्री कर अतिरिक्त पैसे वसूले गए। खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की बुवाई के लिए सैकड़ों किसान सुबह से ही केंद्र के बाहर एकत्र हो गए थे। लेकिन जब खाद वितरण शुरू हुआ, तो किसानों को 266 रुपये की जगह 275 रुपये में यूरिया बेचा गया। इसके अलावा, किसानों को सागरिका जाइम और नैनो यूरिया जैसे उत्पाद लेने के लिए मजबूर किया गया, जिनकी कीमतें एमआरपी से ऊपर वसूली गईं।
किसानों ने लगाए आरोप
यूरिया पर 9 रुपये अधिक लिए जा रहे हैं। प्रभारी अपनी मनमानी के तहत किसी को 3 तो किसी को 5 बोरी दे रहे हैं, साथ में नैनो की बोतल भी थमा रहे हैं। नैनो 225 रुपये में, और जाइम पर 25 रुपये अतिरिक्त वसूली हो रही है। सुबह से इंतजार कर रहा हूं, आधार कार्ड जमा करने के बाद भी खाद नहीं मिला। जान-पहचान वालों को पहले दे दिया गया। यूरिया बिना जाइम लिए नहीं मिल रहा, कुल मिलाकर 475 रुपये वसूले जा रहे हैं।
प्रभारी ने दी सफाई
केंद्र प्रभारी जितेंद्र कुमार ने फोन पर जानकारी देते हुए कहा कि हम यूरिया 272 रुपये में दे रहे हैं। विभाग की ओर से पल्लेदारी के लिए केवल ₹2.50 प्रति एमटी तय है, जिसमें मजदूर काम करने को तैयार नहीं हैं। इसलिए प्राइवेट मजदूरों से पल्लेदारी कराई जा रही है और इसी कारण थोड़ा अतिरिक्त लिया जा रहा है। उर्वरक (जाइम/नैनो) लेना अनिवार्य नहीं है।
प्रमुख शिकायतें
- सरकारी दर से अधिक मूल्य पर यूरिया की बिक्री
- जबरन अन्य उर्वरकों की बिक्री
- पल्लेदारी के नाम पर अतिरिक्त वसूली
- खाद वितरण में भेदभाव और देरी
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि कृषक सेवा केंद्र पर जांच कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसान शोषण से बच सकें।