हाथरस 22 जुलाई । अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव गुप्ता द्वारा मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुरसान का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें कई महत्वपूर्ण खामियों और लापरवाहियों का खुलासा हुआ। निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रवीर सिंह मौके पर उपस्थित रहे। निरीक्षण में यह पाया गया कि पूर्व में दिनांक 26 जून 2025 को किए गए औचक निरीक्षण की अनुपालन आख्या आज दिनांक तक उपलब्ध नहीं कराई गई थी, जिसे डॉ. गुप्ता ने खेदजनक बताया।
स्टाफ उपस्थिति पर सवाल
उपस्थिति पंजिका के अवलोकन में पाया गया कि दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. मितांशी सिंह का 31 जुलाई तक का अवकाश दर्ज था। वहीं संविदा स्टाफ की पंजिका में स्टाफ नर्स श्रीमती संगम एवं श्रीमती सपना की उपस्थिति दर्ज नहीं थी। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि दोनों क्रमशः सायंकालीन व रात्रि ड्यूटी में हैं।
आरबीएसके टीमों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) की समीक्षा के दौरान पाया गया कि टीमों द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में बच्चों की भर्ती लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो रही है। दूरभाष पर डॉ. अंशुल उपाध्याय से बातचीत में उन्होंने बताया कि अब तक केवल एक बच्चा ही भर्ती कराया गया है, जिसे डॉ. गुप्ता ने आपत्तिजनक माना। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि डॉ. उपाध्याय का स्पष्टीकरण लेकर अपनी आख्या प्रस्तुत करें।
प्रसूता को नहीं मिला बैंक खाता, आशा को निर्देशित किया गया मूल्यांकन
प्रसव कक्ष और वार्ड के निरीक्षण के दौरान श्रीमती खुशबू निवासी कोटा, प्रसूता के रूप में भर्ती पाई गईं। पूछताछ में पता चला कि उनका बैंक खाता अब तक नहीं खुला है, जिससे उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। आशा कार्यकर्ता डोली द्वारा खाता न खुलवाए जाने पर ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत शर्मा को निर्देश दिए गए कि अन्य लाभार्थियों के रिकॉर्ड का मूल्यांकन कर तीन कार्य दिवसों में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
ओपीडी में कमी, बच्चे को नहीं मिला जिंक और ओआरएस
ओपीडी में उपचार कार्य एनसीडी प्रभारी डॉ. यश गुप्ता द्वारा किया जा रहा था। वहीं, एक 8 माह के डायरिया ग्रस्त बच्चे को जिंक और ओआरएस उपलब्ध न कराना गंभीर लापरवाही के रूप में सामने आया, जबकि दस्त नियंत्रण अभियान 31 जुलाई तक संचालित किया जा रहा है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि 5 वर्ष तक के सभी डायरिया ग्रस्त बच्चों को जिंक टैबलेट व ओआरएस के 2 पैकेट अनिवार्य रूप से वितरित किए जाएं।