नई दिल्ली 16 जुलाई । केंद्र सरकार ने बुधवार को कई अहम फैसले लेते हुए देश के कृषि और ऊर्जा क्षेत्रों को नई दिशा देने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में 36 योजनाओं को मिलाकर ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ को हर वर्ष 24,000 करोड़ रुपये के खर्च के साथ शुरू करने को मंजूरी दी गई है। वहीं, एनटीपीसी और एनएलसी को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 27,000 करोड़ रुपये के निवेश की अनुमति दी गई है।
क्या है ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’?
इस योजना को आगामी 6 वर्षों के लिए मंजूरी मिली है। हर साल इसमें 24,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह देश के 100 जिलों में लागू की जाएगी।
इस योजना के माध्यम से 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत किया जाएगा, जिससे फसल विविधीकरण, टिकाऊ कृषि पद्धतियाँ, भंडारण और सिंचाई जैसे क्षेत्रों में सुधार लाया जाएगा। सरकार का दावा है कि इससे 1.7 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह कार्यक्रम किसानों की आय बढ़ाने, कृषि उत्पादकता में सुधार और कृषि के बाद की चुनौतियों को दूर करने में अहम भूमिका निभाएगा।
एनएलसी इंडिया को 7,000 करोड़ के निवेश की मंजूरी
सरकार ने एनएलसी इंडिया लिमिटेड (NLCIL) को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (NIRL) में 7,000 करोड़ रुपये के निवेश की अनुमति दी है। यह फैसला नवरत्न सीपीएसई को मौजूदा निवेश नियमों से विशेष छूट देकर लिया गया है। अब एनआईआरएल देशभर में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में प्रत्यक्ष या संयुक्त उद्यम के रूप में निवेश कर सकेगा और इसके लिए पूर्वानुमोदन की आवश्यकता नहीं होगी।
एनटीपीसी को 20,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलेगा
सरकार ने एनटीपीसी को 2032 तक 60 गीगावाट की अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए 20,000 करोड़ रुपये तक के निवेश की अनुमति दी है। इससे पहले यह सीमा 7,500 करोड़ रुपये थी।
सरकार का मानना है कि यह निर्णय देश में हर समय सुलभ और भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में मददगार होगा और ऊर्जा अवसंरचना को मजबूत करेगा।
अंतरिक्ष से लौटे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, कैबिनेट ने किया सम्मानित
कैबिनेट बैठक में एक और ऐतिहासिक क्षण जुड़ा जब ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सफल वापसी पर मंत्रिमंडल ने सम्मान प्रस्ताव पारित किया।
शुभांशु शुक्ला ने 18 दिन का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पूरा किया और 15 जुलाई को धरती पर सकुशल लौटे। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे “भारत की अंतरिक्ष आकांक्षाओं का प्रतीक” बताया और कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व और गौरव का क्षण है।