हाथरस 10 जुलाई । गुरु की महिमा को समर्पित गुरुपूर्णिमा पर्व का आयोजन गुरुवार को माहेश्वरी धर्मशाला, नया गंज में अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर श्री धाम वृन्दावन से पधारे पूज्य गुरुदेव श्री विजय कृष्ण चतुर्वेदी जी के सान्निध्य में शिष्यों द्वारा गुरुपूजन, भजन-सत्संग और गुरु प्रसादी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 11 बजे हुआ, जिसमें शिष्यों ने सजीव भावों के साथ गुरु वंदना की। गुरुदेव का पाद पूजन, पुष्पार्पण एवं आरती कर सभी शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुदेव ने अपने आशीर्वचन में वृन्दावन रस की महिमा का सजीव और मार्मिक वर्णन किया और कहा “गुरु वह दीप है जो शिष्य के अंतर्मन के अंधकार को दूर कर जीवन का पथ प्रकाशित करता है।” उनकी वाणी ने उपस्थित जनसमूह को गहरे आध्यात्मिक भाव से भर दिया।
भजन-सत्संग के दौरान शिष्यों द्वारा प्रस्तुत भक्ति गीतों ने वातावरण को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठजनों एवं अतिथियों ने भी गुरु के प्रति अपने भाव प्रकट किए। तत्पश्चात गुरु प्रसादी का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। पूरे आयोजन में शिष्य परिवार की ओर से समर्पण और सेवा भावना विशेष रूप से प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन अत्यंत व्यवस्थित और सादगीपूर्ण रहा, जिसमें शिष्टाचार और भावनाओं की प्रधानता थी। कार्यक्रम के समापन पर समस्त शिष्यगणों ने गुरुदेव का पुनः वंदन करते हुए अगले वर्ष पुनः इस पावन पर्व पर एकत्र होने का संकल्प लिया।