हाथरस 09 जुलाई । भारतीय किसान यूनियन (भानू) और किसान क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज किया है। कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए स्पष्ट कहा है कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया पर तत्काल रोक नहीं लगी तो देशव्यापी आंदोलन और चक्का जाम किया जाएगा।
पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत निगम के निजीकरण पर विरोध
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने दो टूक कहा कि सरकार द्वारा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को निजी हाथों में सौंपने की जो योजना बनाई जा रही है, वह पूरी तरह जनविरोधी है। उन्होंने कहा कि “इस निजीकरण से छोटे किसान, आम आदमी, मजदूर, निम्न वर्ग का विद्यार्थी और गरीब जनता सभी परेशान हो जाएंगे। बिजली सेवा कोई व्यापार नहीं, बल्कि यह एक आवश्यक सेवा है, और इसे सरकारी नियंत्रण में रहना चाहिए।”
निजीकरण का उद्देश्य सिर्फ मुनाफाखोरी
भानु प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि “यह निजीकरण सिर्फ धन कमाने के उद्देश्य से किया जा रहा है, जबकि इसका दुष्प्रभाव सबसे अधिक गरीबों और किसानों पर पड़ेगा। महंगी बिजली, असमान सेवा और निजी कंपनियों की मनमानी आम जनता के जीवन को और कठिन बना देगी।”
ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री को दिया संदेश
उन्होंने कहा कि “ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताना चाहता हूँ कि यदि यह निजीकरण रोका नहीं गया तो भाकियू (भानू) देशभर में आंदोलन के लिए तैयार है। जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक हमारे कार्यकर्ता बिजली कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।”
ज्ञापन सौंपा, चेतावनी दी
ज्ञापन सौंपते हुए यूनियन ने मांग की कि सरकार जनभावनाओं का सम्मान करे और इस जनविरोधी कदम को तुरंत वापस ले। साथ ही चेताया गया कि यदि मांगों की अनदेखी की गई तो जल्द ही पूरे देश में चक्का जाम आंदोलन शुरू किया जाएगा।