सिकंदराराऊ (पुरदिल नगर) 03 जुलाई। सिंचावली गांव स्थित गौशाला में गर्भवती गाय की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गौशाला के केयरटेकर पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि केयरटेकर ने बीमार और गर्भवती गाय को गौशाला से बाहर निकाल दिया, जिससे वह मंगलवार की रात सड़क पर तड़पती रही और उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि गौशाला की चारदीवारी और गेट बंद होने के बावजूद गायें बाहर निकल जाती हैं, जिससे गौशाला में व्यवस्थाओं की खामियां साफ दिखाई देती हैं। उन्होंने बताया कि गौशाला में गायों की कुल संख्या बहुत अधिक दर्शाई गई है, लेकिन वास्तव में मात्र 10-20 गायें ही वहां नजर आती हैं, बाकी गायों का कोई ठोस रिकॉर्ड या जानकारी उपलब्ध नहीं है।
प्रधान प्रतिनिधि ने भी की पुष्टि
गांव के प्रधान पति धर्मवीर सिंह ने भी गौशाला के केयरटेकर की लापरवाही को गाय की मौत का कारण बताया है। उन्होंने कहा कि यदि गाय को उचित देखभाल मिलती और उसे गौशाला से बाहर न निकाला गया होता, तो उसकी जान बच सकती थी।
विहिप और बजरंग दल ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में रोष है। उन्होंने प्रशासन से मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि गौशालाओं को गायों की सेवा और संरक्षण के लिए संचालित किया जाता है, लेकिन यहां उन्हीं की उपेक्षा और अनदेखी हो रही है।