मुरादाबाद 01 जुलाई । शहर कोतवाली पुलिस ने सोमवार को एक फर्जी सिपाही को गिरफ्तार कर सनसनीखेज खुलासा किया है। खुद को एसओजी का सिपाही बताकर महिलाओं और युवतियों से ठगी और शारीरिक शोषण करने वाले इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेसवार्ता कर किया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान नौशाद त्यागी उर्फ रिक्की उर्फ राहुल त्यागी, निवासी मुर्दा पट्टी, चरथावल के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे न्याजूपुरा रोड मोड़ से गिरफ्तार किया और उसके पास से एक पिट्ठू बैग में पुलिस की वर्दी, यूपी पुलिस का बैच, नेम प्लेट, बेल्ट, सीटी डोरी और पुलिस कैप बरामद की।
वर्दी पहनकर बना अपराधी, ऐसे देता था वारदातों को अंजाम
एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान वह अपने परिचित असली सिपाही के साथ संभल गया था। लौटते समय सिपाही अपनी वर्दी उसके बैग में भूल गया, जिसे उसने बाद में अपराध के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। पिछले तीन वर्षों में आरोपी ने खुद को एसओजी सिपाही बताकर असम, बुलंदशहर, संभल, दिल्ली, मेघालय, गाजियाबाद और मथुरा जैसे शहरों में लगभग 20 युवतियों और 10 महिलाओं को अपने झांसे में लिया।
तलाकशुदा और विधवा महिलाएं थीं मुख्य निशाना
नौशाद विशेष रूप से तलाकशुदा और विधवा महिलाओं को निशाना बनाता था। वह फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पहले महिलाओं से दोस्ती करता, फिर उन्हें शादी का झांसा देता। उसके मोबाइल फोन से कई महिलाओं के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी मिले हैं। आरोपी ने नाम बदलकर धोखाधड़ी की और उनसे पैसों के अलावा जेवर भी हड़प लिए।
पुलिसकर्मियों से बनाता था दोस्ती, दावतें देता था
आरोपी ठगी की कमाई से पुलिसकर्मियों को दावतें देता था ताकि वह पुलिस वालों के बीच उठने-बैठने लगे और आम लोग उसे असली पुलिसकर्मी समझें। इसी दिखावे के कारण वह अब तक कानून की पकड़ से बचा रहा। नगर कोतवाली क्षेत्र की एक विधवा महिला, जो परचून की दुकान चलाती है, आरोपी के जाल में फंसी। युवक ने खुद को राहुल त्यागी बताकर उससे संबंध बनाए, फिर उससे ₹2.75 लाख नगद व ₹3 लाख से अधिक के जेवरात हड़प लिए। जब उसने शादी से इनकार कर दिया, तो पीड़िता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। जाँच में सामने आया कि युवक न केवल धोखेबाज है बल्कि सिपाही भी नहीं है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।