हाथरस 21 जून । ग्राम पंचायत महो की आठ वर्षीय मासूम बिटिया के साथ फिरोजाबाद जिले में ननिहाल के दौरान हुई दरिंदगी और हत्या के मामले में आज जनाक्रोश एक बार फिर फूट पड़ा। आज शाम महो गांव में सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर पीड़िता को श्रद्धांजलि अर्पित की और दोषियों को फांसी देने की मांग की। मार्च के दौरान ‘हमारी बिटिया को न्याय दो’, ‘दोषियों को फांसी दो’, ‘सीबीआई जांच कराओ’ जैसे नारों से माहौल गूंज उठा। ग्रामीणों ने कहा कि जिस निर्दयता से मासूम की हत्या की गई, वह समाज को झकझोर देने वाली है और अब यह केवल एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की लड़ाई है।
पीड़ित परिवार ने एसडीएम से की मुलाकात, रखीं कई अहम मांगें
इससे पहले शुक्रवार को पीड़ित परिवार ने सदर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) से मुलाकात कर अपनी पीड़ा साझा की। परिवार ने मामले की सीबीआई जांच, फिरोजाबाद से केस का स्थानांतरण हाथरस, 25 लाख रुपये मुआवजा, एक परिजन को सरकारी नौकरी, एफएसएल रिपोर्ट जल्द फाइल करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की। एसडीएम ने आश्वस्त किया कि जल्द ही पोस्को एक्ट के तहत आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा। साथ ही महारानी लक्ष्मीबाई योजना और मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत आर्थिक सहायता की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 17 जून को सामने आया, जब तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची फिरोजाबाद जिले के एक गांव में अपने ननिहाल से खेलते समय लापता हो गई थी। पुलिस ने गांव के ही युवक कौशल कुशवाहा की निशानदेही पर मासूम का शव कच्ची दीवार के पास दबा हुआ बरामद किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम के साथ दुष्कर्म और गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई। पूछताछ के दौरान आरोपी ने पीड़िता की चेन छिपाने की बात स्वीकार की और पुलिस को बरामदगी के दौरान फायरिंग तक कर दी, जिसमें जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया था। घटना के बाद क्षेत्र में भारी रोष फैल गया था। ग्रामीणों ने जलेसर मार्ग पर जाम लगाकर फांसी की मांग की थी।
जनता में आक्रोश, न्याय की उम्मीद
आज के कैंडल मार्च में विष्णु गुप्ता, सोनू गुप्ता, भिखारिदास गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता, मुकेश कुमार सहित कई समाजसेवी और स्थानीय लोग शामिल हुए। लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई और कठोर सजा की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी। इस दौरान व्यापारी नेता सचिन वार्ष्णेय, विष्णु गुप्ता, सोनू गुप्ता, भिखारिदास गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता और मुकेश कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।