
डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने प्रोग्राम आउटकम क्यों बनाए जाते हैं इस संबंध में बताया कि आउटकम यह सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थियों को वास्तव में क्या सीखना चाहिए और शिक्षकों को प्रभावी ढंग से कैसे पढ़ाना चाहिए। वहीं कार्स फाइल पर चर्चा करते हुए मुख्य वक्ता प्रो. अनुराग शाक्या ने कहा कि यह सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थी आवश्यक ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षण कार्य के लिए कोर्स फाइल तैयार करने में शिक्षक की बड़ी भूमिका होती है। डा. दीपशिखा सक्सेना ने शिक्षण विधियों के मूल्यांकन के संबंध में बताते हुए कहा कि इसमें कोर्स फाइल का अहम योगदान होता है। इसका लाभ विद्यार्थियों को मिलता है। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डा. स्वाति अग्रवाल ने कहा कि प्रोग्राम आउटकम शिक्षण, सीखने और मूल्यांकन को संरेखित करने में मदद करता है, जिससे छात्रों को उनके शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।इस अवसर पर प्रो. आरके शर्मा, प्रो. प्रमोद कुमार, प्रो. सिद्धार्थ जैन, प्रो. मनीषा शर्मा, डा. जावेद वसीम, डा. पूनम रानी, डा. संतोष गौतम, डा. शिवराज त्यागी सहित सभी विभागाध्यक्ष और प्राध्यापक उपस्थित रहे।