हाथरस 18 जून । मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स (ADHR) संस्था ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक अज्ञात शव का धार्मिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कराया। यह शव दिनांक 11 जून 2025 को हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर गोमती एक्सप्रेस में मूर्छित अवस्था में मिला था, जिसे तत्काल रेलवे पुलिस द्वारा बागला सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की उम्र लगभग 60 वर्ष अनुमानित की गई है, जो सफेद छींटदार शर्ट, हरे ताबीज और हाथ पर भगवान के टैटू के साथ मिला। पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए 72 घंटे तक इंतज़ार किया, परंतु कोई परिजन नहीं मिलने पर शव को लावारिस घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया। इसके उपरांत थाना पुलिस द्वारा समाजसेवी सुनीत आर्य और प्रवीन वार्ष्णेय (राष्ट्रीय महासचिव, ADHR) से संपर्क कर शव के सम्मानजनक अंतिम संस्कार के लिए अनुरोध किया गया। एनएसएस अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने इस कार्य में पूर्ण सहयोग दिया। हिंदू धार्मिक रीति-रिवाज से शव का अंतिम संस्कार सुनीत आर्य के नेतृत्व में किया गया।
इस दौरान प्रवीन वार्ष्णेय (राष्ट्रीय महासचिव, ADHR), सुनीत आर्य (समाजसेवी), सुनील अग्रवाल (अध्यक्ष, NSS) दीपक आयोग, बंटी भाई कपड़े वाले, तरुण राघव, दीपांशु वार्ष्णेय, सत्येंद्र मोहन, अंकित कुमार, जीआरपी कांस्टेबल 99 सुक्रम पाल तोमर, कांस्टेबल 2612 सुधीर कुमार उपस्थित रहे।