लन्दन 14 जून । दक्षिण अफ्रीका ने एडेन मार्करम की शतकीय पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब अपने नाम कर लिया है। गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 282 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने पांच विकेट पर 285 रन बनाकर जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका का टेस्ट में यह तीसरा सबसे बड़ा सफल रन चेज है। दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके साथ ही पहली बार डब्ल्यूटीसी की विजेता बनी है, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम खिताब का बचाव नहीं कर सकी है। ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में बढ़त हासिल करने के बावजूद चैंपियन बनने से चूक गई।
दक्षिण अफ्रीका ने 27 साल का सूखा समाप्त किया
दक्षिण अफ्रीका ने 27 साल के अंतराल के बाद कोई आईसीसी खिताब अपने नाम किया है। टीम ने आखिरी बार 1998 में नॉकआउट ट्रॉफी (अब चैंपियंस) का खिताब अपने नाम किया था। तेम्बा बावुमा की अगुआई वाली टीम ने इस खिताबी सूखे को समाप्त किया और लॉर्ड्स मैदान पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। दक्षिण अफ्रीका की इस जीत में कप्तान बावुमा और एडेन मार्करम का योगदान काफी अहम रहा। इन दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 147 रनों की साझेदारी की और टीम की जीत की नींव रखी।
लॉर्ड्स में पांचवीं बार चेज हुआ 200+ रनों का लक्ष्य
दक्षिण अफ्रीका का टेस्ट में सबसे सफल रन चेज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था। 2008 में पर्थ में खेले गए उस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने 414 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। वहीं इस टीम के खिलाफ वह 2002 में डरबन में 335 रनों का लक्ष्य भी प्राप्त कर चुकी है। अब दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही अपने टेस्ट करियर का तीसरा सफल रन चेज किया। यह लॉर्ड्स मैदान पर भी संयुक्त रूप से दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। यह पांचवीं बार है जब इस मैदान पर टेस्ट में 200+ रनों का लक्ष्य प्राप्त किया गया है।
बढ़त लेने के बावजूद हारी ऑस्ट्रेलियाई टीम
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी तीसरे दिन 207 रन पर सिमट गई थी। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 212 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 138 रन पर सिमट गई थी। पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 74 रन की बढ़त मिली थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 281 रन हुई थी। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत झटके के साथ हुई। रेयान रिकेल्टन सिर्फ छह रन बना पाए। उन्हें मिचेल स्टार्क ने अपना शिकार बनाया। वहीं, वियान मुल्डर सिर्फ 27 रन बना पाए। उन्हें भी स्टार्क ने पवेलियन भेजा था। 70 के स्कोर पर दो विकेट खो चुकी प्रोटियाज टीम को एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी। एडेन मार्करम ने टेम्बा बावुमा के साथ शतकीय साझेदारी निभाई और जीत की नींव रखी।
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी
दक्षिण अफ्रीका ने चौथे दिन की शुरुआत दो विकेट पर 213 रन से की थी, लेकिन टीम ने शनिवार को बावुमा का विकेट जल्द गंवाया जो 134 गेंदों पर 66 रन बनाकर आउट हुए। बावुमा को पैट कमिंस ने अपना शिकार बनाया। फिर ट्रिस्टन स्टब्स भी स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हुए और आठ रन बनाकर पवेलियन लौटे। मार्करम हालांकि डटे रहे और टीम को जीत की दहलीज पर ले आए। लेकिन वह मैच फिनिश नहीं कर सके और जोश हेजलवुड की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। मार्करम 207 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 136 रन बनाकर आउट हुए। डेविड बेडिंघम और काइल वेरेने ने आखिरकार मैच समाप्त किया और दक्षिण अफ्रीका का खिताबी सूखा समाप्त किया। मार्करम को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
डब्ल्यूटीसी चैंपियन बनने वाली तीसरी टीम
बेडिंघम 21 रन और वेरेने चार रन बनाकर नाबाद लौटे ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में स्टार्क ने तीन विकेट झटके, जबकि हेजलवुड और कमिंस को एक-एक विकेट मिला। दक्षिण अफ्रीका की टीम डब्ल्यूटीसी की विजेता बनने वाली तीसरी टीम है। इससे पहले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने यह खिताब अपने नाम किया है। दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह आईसीसी खिताब जीतने का 27 साल सूखा समाप्त कर लिया है।