मुरादाबाद 28 मई । दुबई से एक किलो सोना मंगवाकर 15 से 17 लाख रुपये की मोटी कमाई के लालच में टांडा के कई व्यापारी सोने की तस्करी में लिप्त पाए गए हैं। इस गिरोह में चावल कारोबारी, प्रॉपर्टी डीलर, कपड़ा व्यापारी और सर्राफा कारोबारी शामिल हैं, जो स्थानीय युवाओं को दुबई भेजकर तस्करी करवा रहे थे। मंगलवार को पुलिस ने मुख्य फाइनेंसर जाहिद मेंबर को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि रामपुर जिले के टांडा थाना क्षेत्र के हाजीपुरा निवासी जाहिद मेंबर प्रॉपर्टी डीलिंग और चावल के कारोबार से जुड़ा है। उसके गिरोह में मो. रिजवान (कपड़ा कारोबारी), मो. हारून (चावल कारोबारी), पप्पू और जुनैद (मोबाइल व सोने का काम) भी शामिल हैं। गिरोह ने युवाओं को दुबई भेजकर उनके माध्यम से कैप्सूल निगलवाकर सोना मंगवाने का नेटवर्क खड़ा किया था।
कैसे होती थी तस्करी
दुबई जाने वाले तस्कर फाइनेंसर के खर्च पर वीज़ा, टिकट और होटल की व्यवस्था के साथ दुबई भेजे जाते थे। वहां 2-3 दिन रुककर वे सोने से भरे कैप्सूल गटककर फ्लाइट से वापस लौटते। टांडा पहुंचने पर उन्हें विशेष खानपान कराकर कैप्सूल निकलवाए जाते थे। प्रत्येक ट्रिप के बदले तस्करों को 20-30 हजार रुपये मिलते थे।
डॉक्टर भी शामिल
गिरफ्तार फाइनेंसर जाहिद मेंबर की निशानदेही पर पुलिस ने रामपुर के टांडा कस्बे में एक झोलाछाप डॉक्टर डॉ. इरफान को भी आरोपी बनाया है, जो तस्करों के पेट से फंसे हुए कैप्सूल निकालने में मदद करता था। इसके एवज में उसे भी भुगतान किया जाता था।
गिरोह की कमाई और संपत्तियां
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि एक किलो सोना लाकर बेचने पर कुल 20 से 22 लाख रुपये की कमाई होती थी, जिसमें से लगभग पांच लाख खर्च हो जाते थे। बाकी 15 से 17 लाख की बचत फाइनेंसर की होती थी, जिससे वे प्लॉट, दुकान और अन्य संपत्तियां खरीद रहे थे।
28 सोने के कैप्सूल बरामद
मुरादाबाद कोर्ट से रिमांड पर लाए गए चौथे तस्कर मुत्तलीब के पेट से मंगलवार को एक और सोने का कैप्सूल निकाला गया। अब तक तस्करों के पेट से कुल 28 कैप्सूल बरामद किए जा चुके हैं, जिनका कुल वजन एक किलो से अधिक है। मुत्तलीब के पेट में अभी भी एक कैप्सूल और शेष है।
फर्जी दस्तावेज भी बरामद
गिरफ्तार फाइनेंसर जाहिद के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि कई ट्रैवल एजेंट इन लोगों के लिए फर्जी पासपोर्ट और दस्तावेज बनवाने में मदद करते थे।
गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी
एसपी सिटी ने बताया कि पूरे गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और आरोपियों की संपत्तियां ज़ब्त की जाएंगी।