
योजनाओं की स्थिति
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत अब तक 17,395 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है, जबकि 230 आवेदन अभी लंबित हैं।
- निराश्रित महिला पेंशन योजना के अंतर्गत 29,306 लाभार्थियों को चतुर्थ किश्त का भुगतान हो चुका है।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अंतर्गत 790 बच्चों को स्वीकृति प्राप्त हुई, जिनमें 717 को चतुर्थ किश्त दी जा चुकी है। इस वर्ष 164 नए आवेदन स्वीकृत किए गए।
- स्पॉन्सरशिप योजना में 99 नवीन आवेदन पर लाभ दिए जाने की सहमति दी गई।
- बाल विवाह रोकथाम में वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 6 बाल विवाह रोके गए, जबकि गत वर्ष यह संख्या 17 थी।
- वन स्टॉप सेंटर में अब तक कुल 1078 प्रकरण आए हैं, जिनमें घरेलू हिंसा के 118, बालिकाओं के पलायन से जुड़े 766 तथा अन्य प्रकार के प्रकरण शामिल हैं। वर्तमान में केवल 3 प्रकरण लंबित हैं।
अधिकारियों को निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी श्री केशरवानी ने लंबित प्रकरणों का नियमानुसार शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करने और सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, जिससे अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को लाभ मिल सके। बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मधुर कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक संत प्रकाश, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाती भारती, जिला कार्यक्रम अधिकारी धीरेन्द्र उपाध्याय, श्रम प्रवर्तन अधिकारी मोहम्मद आज़म, डीटीआरआई यूनिसेफ प्रतिनिधि सैयद इमरान, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष बबीता अग्रवाल, संरक्षण अधिकारी विमल कुमार शर्मा, वन स्टॉप सेंटर प्रबंधक मनीषा भारद्वाज, चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक मोहम्मद सईद, समाजसेवी अशोक कपूर, महिला कल्याण विभाग से प्रतिष्ठा शर्मा, अनुपम पचौरी, कैलाश चंद्र, बंटी सहित अनेक अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।