
अलीगढ़ 14 मई । मंगलायतन विश्वविद्यालय में डाक्टर यतेंद्र पाल गौड़ की पुस्तक “शिक्षक शिक्षा के तत्व” का विमोचन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पी.के.दशोरा ने किया। पुस्तक की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर दशोरा ने कहा कि शिक्षक शिक्षा के तत्व पुस्तक में शिक्षा के दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक और समाजशास्त्रीय आधारों का वर्णन किया गया है जिससे शिक्षकों को शिक्षण के बुनियादी सिद्धांतों को समझने में सहूलियत होगी। पुस्तक के लेखक डाक्टर यतेंद्र पाल गौड़ ने बताया कि यह पुस्तक स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों के लिए शिक्षक शिक्षा के प्रमुख आयामों को समग्र दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। पुस्तक विमोचन के अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने कहा कि यह पुस्तक शिक्षकों को तेजी से बदलते शैक्षिक परिवेश में नई जानकारियां देने में सहायक होगी। ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने कहा कि अच्छी पुस्तकें जीवनभर सीखने और निरंतर व्यावसायिक विकास को प्रोत्साहित करती हैं। इस अवसर पर एकेडमिक डीन प्रोफेसर राजीव शर्मा, हेड आफ डिपार्टमेंट एजुकेशन डा. दीपशिखा सक्सेना और विभागाध्यक्ष आर्ट्स डा. अशोक उपाध्याय ने डाक्टर यतेंद्र पाल गौड़ को शुभकामनाएं दी।
“वैश्विक जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका” पुस्तक का विमोचन
वहीं मंगलायतन विश्वविद्यालय में वैश्विक जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिकाः आशा, चुनौतियां और आगे का रास्ता पुस्तक का विमोचन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, मुख्य परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दशोरा ने कहा कि भारत में जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ रही है और लोग इस विषय पर चिंतन करने लगे हैं। पुस्तक के लेखक और मंगलायतन विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डा. मोहम्मद तारिक अनवर ने बताया कि भारत जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति संवेदनशील है जिसमें बढ़ते तापमान और पानी की कमी शामिल है। पुस्तक विमोचन के अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो.राजीव शर्मा, कला विभाग के अध्यक्ष प्रो. अशोक उपाध्याय ने पुस्तक के लेखक डाक्टर तारिक अनवर को बधाई दी।