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बदायूं 14 मई । बदायूं जिले की दो युवतियों के पतियों ने धर्म छिपाकर शादी कर ली थी। जब उन्हें इस धोखे की जानकारी हुई तो उन्होंने अपने-अपने पति को छोड़ दिया। मंगलवार को दोनों युवतियों ने कचहरी में अधिवक्ताओं की मौजूदगी में एक-दूसरे से शादी कर ली। यह शादी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। एक युवती ने बताया कि युवक ने अपनी पहचान छिपाकर उससे शादी कर ली थी। जब युवती को पति के धर्म छिपाने की जानकारी हुई तो उसने पति को छोड़ दिया। इसके बाद युवती दिल्ली में एक फैक्टरी में नौकरी करने लगी। वहीं नौकरी करते समय उसकी मुलाकात सहकर्मी युवती से हुई। दोनों में दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं। दोनों ने एक-दूसरे को समझा और अपना दुख-दर्द बताने लगीं। जब दोनों एक-दूसरे को अपनी कहानी सुनाई तो दंग रह गईं, क्योंकि दोनों की आपबीती एक जैसी ही थी। दूसरी युवती ने बताया कि उसने जिस लड़के से शादी की, वह भी गैर समुदाय का था। इसलिए उसने भी उसे छोड़ दिया था। फैक्टरी में काम करने के दौरान दोनों युवतियों में प्यार पनप गया। इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला ले लिया। मंगलवार को दोनों ने कचहरी में सात फेरे लेने के बाद कोर्ट मैरिज कर ली। इस दौरान अधिवक्ताओं को जमावड़ा लगा रहा।

मीरा बनी दुल्हन तो सपना दूल्हा

राधिका (काल्पनिक नाम) ने दुल्हन बनकर श्वेता (काल्पनिक नाम) के गले में जयमाला पहनाई। श्वेता ने कहा कि वह मीरा को पलकों पर बिठाकर रखेगी। जो धोखा हम दोनों ने पुरुषों से खाया है, ऐसे धोखे की भरपाई हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करके करेंगे।

पहले परिजनों को बताएंगे, नहीं माने तो दिल्ली में आशियाना बनाएंगे 

श्वेता ने कहा कि शादी से हम दोनों ही बहुत खुश हैं। यहां से सबसे पहले वह अपने घर जाएंगी। अगर घरवालों ने विरोध किया तो दोनों दिल्ली चले जाएंगी। मेहनत करके अपना एक आशियाना भी बनाएंगी। उन्हें पुरुष जाति से नफरत हो गई है। यही वजह है कि दोनों एक साथ रहेंगी।

कुछ अधिवक्ताओं ने जताया विरोध

दो युवतियों की शादी के चलते कचहरी परिसर में पांच घंटे तक माहौल गर्म रहा। इसकी खबर सुनकर सैकड़ों अधिवक्ता मौके पर पहुंच गए। कुछ अधिवक्ताओं ने विरोध भी किया, लेकिन मामला तभी निपटा जब दोनों ने शादी कर एक दूसरे के साथ सात जन्मों तक जीने मरने की कसम खा ली।

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