सादाबाद 13 मई । पूर्व केंद्रीय मंत्री और सपा के कद्दावर नेता, राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन मंगलवार को मुरसान क्षेत्र के गांव में मासूम की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे। इस दौरान वह मीडिया से मुखातिब हुए और हाल ही में पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच आतंकवाद को लेकर बढ़े तनाव पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने अमेरिका के दबाव में सीजफायर का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जब जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म की और नोटबंदी की तब सरकार ने कहा था कि हमने आतंकवाद की पूरी तरह से कमर तोड़ दी है तो फिर पहलगाम में आतंकी घटना कैसे हो गई। इसकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा। उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीजफायर पर 22 मिनट का भाषण दिया। आखिर प्रधानमंत्री किसको बेवकूफ बना रहे हैं। देश की जनता बेवकूफ बनने वाली नहीं है। सरकार ने अमेरिका के दबाव में सीजफायर का निर्णय लिया है। अमेरिका ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि सीजफायर नहीं किया तो हम अपने व्यापारिक रिश्ते खत्म कर देंगे। ऐसे में सीजफायर का यह निर्णय दबाव में लिया हुआ निर्णय है। स्वेच्छा से लिया हुआ निर्णय नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी की बात पर इस देश में कोई विश्वास करने को तैयार नहीं है। यह झूठों की जमात है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आई हुई है। वैसे तो इससे समाज का हर वर्ग प्रभावित है लेकिन दलित समाज पर ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने मुरसान के गांव खुटीपुरी में एक दलित बच्चे की हत्या की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधों पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाना चाहिए। सपा सांसद ने कहा कि पिछले दिनों उनके काफिले पर हमला हुआ। आगरा में पुलिस प्रशासन ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया लेकिन जहां-जहां भी दलितों पर अत्याचार होगा। वह जरूर जाएंगे। उनके इरादे कोई डिगा नहीं सकता और कोई भी ताकत उन्हें रोक नहीं सकती। इस मौके पर नगर पंचायत मुरसान के अध्यक्ष देशराज सिंह, सपा नेता बृजमोहन राही, लल्लन बाबू एडवोकेट आदि से मौजूद थे।