हाथरस 26 अप्रैल । सीबीएसई द्वारा कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत एबीजी गुरुकुलम में ‘नैतिकता और अखंडता’ विषय पर दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ लव मोहन और सुधीर कुमार जादौन रहे। डॉ लव मोहन सुदिति ग्लोबल अकादमी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और शिक्षा जगत में पंद्रह वर्षों से महती भूमिका निभा रहे हैं। सुधीर कुमार जादौन अंग्रेज़ी के प्रख्यात शिक्षक हैं और लगभग दो दशकों से अधिक कालावधि वाले अमूल्य अनुभव के धनी गुरु हैं। फिलहाल महर्षि शिक्षा संस्थान में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। कार्यशाला में सासनी और आसपास के शहरों से कई प्रतिभागियों ने सक्रिय भाग लिया। पहले दिन का सत्र एबीजी गुरुकुलम की प्रधानाचार्य डॉ बरखा गुप्ता और मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ लव मोहन और सुधीर कुमार जादौन की उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ हुआ।
सत्र की शुरुआत प्रतिभागियों के चेहरों की तस्वीरें बनाने की गतिविधि की घोषणा के साथ हुईए जिन्हें दूसरे शिक्षकों द्वारा पहचाना जाना था। इसके बाद और भी गतिविधियाँ दी गईं जैसे कि अक्षरों से शब्द बनाना आदि। डॉ लव मोहन और सुधीर कुमार ने नैतिकता और ईमानदारी के मूल्यों को मज़ेदार तरीके से समझाया। दूसरे दिन की शुरुआत सभी शिक्षकों की एक मंडली बनाकर नाम पहचानने की गतिविधि से हुई। उन्हें दूसरों के नाम देखकर उन्हें याद रखना था। इसके बाद नैतिकता और ईमानदारी पर कई वीडियो दिखाए गए और समूह बनाए गए। वीडियो देखने के बाद प्रतिभागियों को उस विषय को अपने तरीके से नाटक बनाकर प्रस्तुत करना था और अखबार में छपी खबरों की व्याख्या करनी थी। गुरुकुलम के सभी शिक्षकों ने इस कार्यशाला में बढ़.चढ़कर हिस्सा लिया और विचार विमर्श के माध्यम से कई गंभीर विषयों पर नवीन दृष्टिकोण अपनाने का ज्ञान अर्जित किया।
सत्र के अंत में कार्यक्रम का सारांश देने के लिए प्रश्नावली वितरित की गई और प्रत्येक शिक्षक को इसे भरना था। एबीजी गुरुकुलम की आदरणीय प्रधानाचार्य डॉण् बरखा गुप्ता ने सभा को संबोधित कर सभी का मार्गदर्शन किया। उन्होंने यह कहा कि हमें नए मूल्यों को अपनाते समय पुरानी नैतिकता को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला भावी पीढ़ी के लिए बहुत उपयोगी होगी।