मथुरा 23 अप्रैल । आज समूची दुनिया जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के प्रभावों से जूझ रही है। इस समस्या पर यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति और खराब हो जाएगी। स्वच्छ, सुरक्षित और टिकाऊ पर्यावरण सुरक्षा हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हम पर्यावरण संरक्षण और साफ-सफाई पर ध्यान देकर न कवल प्रदूषण को कम कर सकते हैं बल्कि बीमारियों के प्रसार को भी रोक सकते हैं। यह बातें जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा द्वारा आयोजिक विशेष जागरूकता कार्यक्रम में निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने छात्र-छात्राओं तथा सफाई कर्मियों को बताईं।
विश्व पृथ्वी दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं, सफाई कर्मचारियों, माली, जलपान गृह और मैस कर्मियों को संस्थान परिसर में स्वच्छता बनाए रखने तथा कूड़ा-कचरा प्रबंधन की जानकारी दी गई। उन्हें अपशिष्ट प्रबंधन, वायु गुणवत्ता नियंत्रण, जल संरक्षण तथा जैव विविधता संरक्षण की विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के संयोजक सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों से होने वाला प्रदूषण और वनों की कटाई से वायु की गुणवत्ता कम होती है तथा मानव स्वास्थ्य को खतरा होता है। पर्यावरण स्वच्छता उत्सर्जन को नियंत्रित कर, हरित क्षेत्र को बढ़ावा देकर तथा टिकाऊ परिवहन विकल्पों का समर्थन कर हम इस क्षति को सीमित कर सकते हैं।
डॉ. रामवीर सिंह ने बताया कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ जल बहुत जरूरी है लिहाजा हमें जल स्रोतों की शुद्धता सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए। छात्र-छात्राओं को पर्यावरण स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र की जानकारी देने के साथ उन्हें सूखे और गीले कचरे को वर्गीकृत कर अलग-अलग एकत्रित किए जाने की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने अपने प्रजेंटेशन और संवाद के माध्यम से यह समझाया कि सही तरीके से कचरे को अलग करना न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक है बल्कि इससे कम्पोस्ट खाद और पुनः उपयोग की जाने वाली वस्तुएं भी प्राप्त की जा सकती हैं।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने संस्थान की मेस, जलपान गृह और फैकल्टी निवास से निकलने वाले कचरे का उदाहरण देते हुए यह बताया कि उसे किस प्रकार से वर्गीकृत किया जाए और संग्रहित किया जाए। उन्होंने सभी कर्मचारियों को यह भी सिखाया कि कचरे का सही निपटान किस तरह पर्यावरण के लिए लाभकारी हो सकता है। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन जी.एल. बजाज के एनवायरमेंटल क्लब द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संयोजक सत्येन्द्र कुमार, डॉ. रामवीर सिंह, डॉ. सम्भवी कात्यायन और बृजेश गुप्ता आदि ने भी स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण की जानकारी दी।