हाथरस 20 अप्रैल । सावन कृपाल रूहानी मिशन की शाखा कृपाल आश्रम, गौशाला मार्ग हाथरस पर आज साप्ताहिक सत्संग का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मिशन के प्रमुख और विश्व आध्यात्मिक सतगुरु संत राजिंदर सिंह जी महाराज ने ऑडियो-वीडियो माध्यम से संगत को संबोधित किया।
संत राजिंदर सिंह जी महाराज का संदेश
महाराज जी ने जीवन में आने वाली परेशानियों—जैसे आर्थिक संकट, बीमारी, पारिवारिक कलह—का ज़िक्र करते हुए कहा कि ऐसे समय में मनुष्य टूटने लगता है, परंतु यही समय होता है जब वह प्रभु की ओर मुड़ता है।
उन्होंने समझाया कि “हर धर्म हमें प्रभु की ओर ले जाता है, और प्रभु से जुड़कर ही हम अपने दुखों का स्थायी समाधान पा सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि हमारे जीवन में आने वाले कष्ट प्रालब्ध कर्मों के फल होते हैं। इससे घबराना नहीं, बल्कि अपने असली स्वरूप को जानना ही आत्मिक विकास की दिशा है। “परमात्मा की शक्ति हमारे भीतर है—ज्योति और श्रुति स्वरूप में। जब हम किसी पूर्ण सतगुरु की शरण में जाते हैं, तो वे हमें ‘नामदान’ की पवित्र सौगात देकर प्रभु से जोड़ते हैं।” — संत राजिंदर सिंह जी महाराज
सेवा एवं बाल-सत्संग भी रहा आकर्षण का केंद्र
सत्संग कार्यक्रम के साथ-साथ बाल सत्संग का आयोजन भी किया गया, जिसमें बच्चों को नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक जीवन के बारे में जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, आश्रम परिसर में निःशुल्क एलोपैथिक और होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा भी आयोजित की गई, जिसमें ज़रूरतमंदों की ब्लड प्रेशर और शुगर जांच कर उन्हें आवश्यक दवाइयाँ नि:शुल्क वितरित की गईं। कार्यक्रम के अंत में समस्त संगत के लिए लंगर प्रसादी का भी भव्य आयोजन हुआ।