हाथरस 18 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष शरद महेश्वरी की अध्यक्षता में आज विनायक इंटरनेशनल स्कूल में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री बेबी रानी मौर्य एवं यू.पी. सिडको के चेयरमैन (राज्यमंत्री दर्जा) वाईपी सिंह रहे। कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि “डॉ. भीमराव अंबेडकर एक ऐसी महान शख्सियत थे, जिन्होंने भारत का संविधान लिखकर हम सभी को हमारे मौलिक अधिकार दिलाए।” उन्होंने आगे कहा कि, “आज हम मतदान, शिक्षा और अभिव्यक्ति के अधिकारों का जो लाभ उठा रहे हैं, वो बाबा साहब की दूरदृष्टि और संघर्ष का परिणाम है। महिलाओं को अधिकार दिलाने में भी उनकी भूमिका अतुलनीय रही है।” वहीं वाईपी सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बाबा साहब का तिरस्कार किया, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने उनके विचारों और योगदान का सम्मान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंच तीर्थों का निर्माण कर बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।”
सांसद अनूप प्रधान बाल्मिक ने कहा कि “अगर आज संविधान न होता, तो हम मौलिक अधिकारों से वंचित रहते। कांग्रेस ने बार-बार संविधान में संशोधन कर उसकी आत्मा को कमजोर किया।” जिलाध्यक्ष शरद महेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा साहब ने दलित समाज के उत्थान के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने अपमान का बदला अपमान से नहीं लिया, बल्कि संविधान लिखकर पूरे समाज को दिशा दी।”
कार्यक्रम में विधायक वीरेंद्र सिंह राणा, चेयरमैन नगर पालिका स्वेता दिवाकर, ब्लॉक प्रमुख पूनम पांडे, धर्मेंद्र सिंह पीलू, रामवीर सिंह भैया जी, महेंद्र सिंह आचार्य, रामवीर सिंह परमार, डोली माहौर, पूर्व विधायक सुरेश प्रताप गांधी, गौरव आर्य, कार्यक्रम संयोजक तपन जोहार, दंबेश चक, अनुराग अग्निहोत्री, भीखम सिंह चौहान, हाफिज सव्वीर अहमद, मोहित बघेल, सुनीता वर्मा, गजेंद्र सिंह राणा, आकाश सिंह, आरसी गोला, विवेक रावत, रितु गौतम, गौरव प्रताप सिंह, प्रमोद सेंगर, अमित भौतिक, आयुष अग्रवाल, देवा पंडित, संदीप जादौन, भूपेंद्र शर्मा, प्रभा सिंह, मीरा माहेश्वरी, नीतू कुशवाह, शिवम भारद्वाज, जितेंद्र कुमार पचौरी, दयावती चाटवाले, शशि वाला आदि के अलावा कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अनुसूचित वर्ग के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।