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हाथरस 25 मार्च । छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोपों के साथ पुलिस यह भी जानकारी करने की कोशिश कर रही है कि प्रोफेसर रजनीश के छात्राओं के यौन शोषण करने की वीडियो को किसने लीक किया। इसके लिए पुलिस कड़ियों को जोड़ रही है।दो साल पहले रजनीश ने अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए प्रयोग में किए लाने वाले लैपटॉप को कॉलेज में लाना शुरू किया था। माना जा रहा है कि इसी से किसी ने पेन ड्राइव के जरिये उन्हें कॉपी किया। रजनीश के केबिन की चाबियां किस-किस के पास रहती थीं, इसकी जानकारी पुलिस कर रही है, उनसे भी पूछताछ की जा सकती है। पुलिस के अनुसार प्रोफेसर रजनीश करीब 17 साल से छात्राओं के साथ यौन शोषण कर रहा था, लेकिन कभी उसकी करतूत सामने नहीं आ सकी। जांच में सामने आया है कि प्रोफेसर रजनीश ने विगत दो वर्ष पहले अपने व्यक्तिगत लैपटॉप को कॉलेज में लाना शुरू किया था। लैपटॉप के साथ एक पेन ड्राइव भी अपने साथ लेकर आता था। जब वह कक्षा में जाता तो केबिन बंद कर चाबी अपने साथ ले जाता था। कुछ जरूरी दस्तावेज की जरूरत होने या कॉलेज का कोई काम होने पर वह चाबी स्टाफ को देकर भेज देता था। कॉलेज के डेस्कटॉप कंप्यूटर में दिक्कत आने पर कॉलेज के कार्य भी उसके लैपटॉप से होने लगे थे। पुलिस का मानना है कि इसी दौरान लैपटॉप व पेन ड्राइव में रखी यौन शोषण संबंधी वीडियो किसी स्टाफ के व्यक्ति ने देख ली और उसे कॉपी कर पीड़िताओं तक पहुंचा दी। इसके बाद से ही पीड़िता ने शिकायत करनी शुरू की। उसके बाद ये प्रबंधन और अधिकारियों तक शिकायत के साथ दिए गए।

पीसी बागला कॉलेज के भौतिक विभाग के अध्यक्ष और मुख्य अनुशासन अधिकारी प्रोफेसर रजनीश को छात्राओं का यौन शोषण करने और वीडियो बनाने के आरोप गिरफ्तार किया गया है। इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद उसे कॉलेज की प्रबंध समिति ने निंलबित कर दिया है। एसपी ने इस मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी ने पूछताछ के लिए किए जाने वालों की सूची तैयार की है। इसमें वीडियो बनाने से लेकर, उन्हें रखने और पूर्व में हुई शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होने पर भी सवाल तैयार किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक चिंरजीवनाथ सिन्हा ने बताया कि एसआईटी टीम ने प्रश्नों को तैयार कर लिया है, जल्द ही आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

मोबाइल ठीक करने वाले पर भी संदेह
प्रोफेसर रजनीश कुमार का मोबाइल पिछले दिनों खराब हो गया था। उन्होंने इसे शहर की मोबाइल रिपेयरिंग शॉप पर ठीक कराया था। एक अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि मोबाइल ठीक करने वाले को वीडियो देखे हो और उन्हें वायरल कर दिया।पुलिस इस पहलु पर भी जांच कर रही है।
एसआईटी ने तैयार की 24 सवालों की फेहरिस्त
किस तरह से बनाए वीडियो, किस-किस को इसकी जानकारी थी, यानी कौन-कौन राजदार था। इस तरह के करीब 24 सवालों की फेहरिस्त प्रोफेसर के छात्राओं का यौन शोषण करने के मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तैयार की है। आरोपी प्रोफेसर रजनीश को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी एसआईटी कर रही है। साथी प्रोफेसर और स्टाफ से भी पूछताछ की जा सकती है।
ये रहेंगे एसआईटी के प्रमुख सवाल
  • वीडियो बनाने का क्या तरीका था, किन स्थानों पर बनाए
  • वीडियो बनाने के बाद उन्हें कहां सुरक्षित रखता था
  • वीडियो बनाने के बाद उनका इस्तेमाल किस तरह किया
  • वीडियो को सुरक्षित रखने के लिए किन -किन लोगों से किया संपर्क
  • फोन, लैपटॉप और कंम्प्यूर आदि सिस्टमों की जानकारी
  • क्या वीडियो अपलोड किए जाने वाली वेबसाइट का सब्सक्रिप्शन लिया
  • सब्सक्रिप्शन ले रखा था तो वह किसके नाम से लिया गया
  • परिवार में किन -किन लोगों को थी प्रोफेसर के कृत्य की जानकारी
  • कॉलेज में बनी महिला सैल को शिकायत हुई तो क्या कार्रवाई हुई
  • कॉलेज की आंतरिक समिति में ने शिकायत पर क्या कार्रवाई की
  • कार्रवाई नहीं की गई तो क्यों, इसके पीछे क्या वजह रही।
भूगोल विभाग के कक्ष में ही बनाए थे छात्राओं संग अश्लील वीडियो
छात्राओं के यौन शोषण व दुष्कर्म के आरोपों में जेल भेजे गए पीसी बागला कॉलेज के प्रो. रजनीश ने कॉलेज के भूगोल विभाग के कक्ष में ही काली करतूतों के वीडियो बनाए थे। इस बात की पुष्टि पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने भी कर दी है। 50 मिनट तक कॉलेज के इस कक्ष में जांच के लिए रुकी टीम ने एक-एक साक्ष्य जुटाए। जिसमें कमरे की दीवारों व वहां रखे सामान के आधार पर पाया कि वीडियो इसी कमरे में बनाए गए। वीडियो की सत्यता की जांच के लिए विवेचकों के साथ फॉरेंसिक टीम ने कॉलेज पहुंचकर भूगोल विभाग के उस कक्ष की पड़ताल की। जहां के वे वीडियो बताए जा रहे हैं, जिनमें वह छात्राओं संग छेडख़ानी करता दिख रहा है। टीम करीब 50 मिनट तक इस कक्ष में रुकी। वीडियो में दिख रही दीवारों, उसमें रखे सामान, टेबिल, पर्दे आदि के आधार पर इस बात की पुष्टि की गई कि यह वीडियो इसी कमरे का है।
प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था रजनीश
प्रोफेसर रजनीश कुमार के खिलाफ छात्राओं के यौन शोषण के मुकदमे दर्ज किए थे। मुकदमों के दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को प्रयागराज से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब पुलिस इस मामले की कड़ियों को जोड़ने में लग गई है। आरोपी के जेल जाने के बाद भी यौन शोषण की शिकायतों के थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पीड़िताएं बिना नाम के शिकायती पत्रों को भेज रही हैं। सभी शिकायतों में नौकरी दिलवाने के नाम पर, अधिक नंबर देने के नाम पर व मंहगे मंहगे गिफ्ट दिए जाने के बाद यौन शोषण किए जाने की बात लिखी गई है। इन शिकायतों के आने के बाद पुलिस पीड़िताओं की तस्दीक में जुट गई है। हालांकि अभी कोई पीड़िता सामने नहीं आई है। पुलिस अब लागातार आ रहे शिकायती पत्रों को अपनी विवेचना में शामिल करेगी। इन शिकायती पत्रों के आधार पर पुलिस पीड़िता की पहचान करने में जुट गई है। इन शिकायती पत्रों के जरिए प्रोफेसर रजनीश की करतूत सामने आ रही हैं।

छात्राओं को किया चिन्हित, उनके भी बयान होंगे दर्ज

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कमेटी पहले प्रोफ़ेसर प्रकरण के सारे साक्ष्य एकत्रित करेगी। उसके बाद प्रोफ़ेसर को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करेगी। छात्राओं को चिन्हित कर लिया गया है। उनके भी बयान दर्ज किये जाएंगे।

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