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सिकंदराराऊ (हसायन) 15 जनवरी । विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत सीधामई में ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी ग्राम विकास अधिकारी स्तर के पंचायत सचिव के बीच ग्राम पंचायत के भुगतान कराए जाने को लेकर आपस में मन मतभेद होना प्रारंभ हो गया।ग्राम पंचायत सीधामई के  वर्तमान ग्राम पंचायत के मुखिया यानि ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधि प्रधान के द्वारा सचिव पर फर्जी तरीके से वाउचर बनाकर धन निकालने का प्रयास किए जाने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर प्रधान के बयान का एक वीडियो वाटसअप मैसेंजर पर जमकर वायरल होता दिखाई दे रहा है।सोशल मीडिया के वाटसअप मैसेंजर एकाउट पर ग्राम पंचायत सीधामई के वर्तमान प्रधान चन्द्रप्रकाश अपने वायरल वीडियों क्लिप के बयान में ग्राम पंचायत के सचिव यानि ग्राम विकास अधिकारी त्रिलोकी वर्मा पर फर्जी वाउचर के माध्यम से ग्राम पंचायत के पीएफएमएस एकाउंट से डॉगल लगाकर बारह हजार रूपए की धनराशि निकालने का प्रयास किया।वीडियो क्लिप में प्रधान चन्द्रप्रकाश बताते हुए दिखाई दे रहे है कि तेरह दिसंबर की तारीख को ग्राम पंचायत के आडिट के नाम पर फर्जी वाउचर बनाकर ग्राम पंचायत के खाते से पैमेंट डालने का प्रयास कर रहे थे।ग्राम प्रधान चन्द्रप्रकाश ने वायरल वीडियो क्लिप में बयान देते हुए सुनाई व दिखाई दिए कि ग्राम पंचायत के लिए मेरे द्वारा ग्राम पंचायत में कराए गए कार्य व   ग्राम पंचायत के कार्य व हैडंप के लिए हसायन के दुकानदार जागन सिंह की दुकान से लिए गए चौदह हजार रूपए का सामान के खरीदे जाने के रूपए का भुगतान नही करना चाह रहे थे। जब मुझे सचिव त्रिलोकी वर्मा के द्वारा फर्जी तरह से ग्राम पंचायत के खाते से ग्राम पंचायत में हुई या होने वाली ऑडिट के नाम पर फर्जी तरीके से वाउचर बनाकर बारह हजार रूपए कर धनराशि निकाले जाने के बारे में जानकारी होने पर प्रधान चन्द्रप्रकाश ने सचिव से अपना ग्राम पंचायत प्रधान का डॉगल ले लिया।
ग्राम प्रधान चन्द्रप्रकाश वीडियो क्लिप में यह कहते दिखाई सुनाई पड रहे थे कि सचिव ने कहा कि उनका तो स्थानातंरण होने वाला है,प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैने सचिव त्रिलोकी वर्मा से अपना ग्राम पंचायत प्रधान का डॉगल बापिस लेते हुए किसी अन्य सचिव के आने पर उक्त कार्य व सामान का भुगतान करा लेने की बात कहकर डॉगल बापिस कर लिया है। इस संबंध में ग्राम पंचायत सचिव ग्राम विकास अधिकारी त्रिलोकी वर्मा ने बताया कि उनके द्वारा किसी भी तरह का फर्जी वाउचर बनाकर गलत तरीके से धनराशि निकालने का कोई प्रयास नही किया है।ग्राम पंचायत में संचालित स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छ शौचालय पर कार्यरत केयर टेकर यानि शौचालय का देखभाल करने वाली महिला स्वच्छता कर्मचारी का तीन माह के मानदेय डालने के लिए गया था।मगर वर्तमान प्रधान चन्द्रप्रकाश के द्वारा केयर टेकर का तीन माह का बकाया मानदेय नही डालने दे रहे थे। ऑडिट के नाम पर फर्जी वाउचर बनाकर लाए जाने रूपए गलत तरीके से निकालने का प्रयास करने का जो भी आरोप प्रधान लगा रहे है वह पूरी तरह से तथ्यहीन है।अगर उनके पास किसी तरह का फर्जी वाउचर से रूपए निकालने का कोई सबूत या फोटो है तो वह उपलब्ध कराकर उनकी शिकायत कर सकते है।केयर टेकर के मानदेय डालने की बात की जानकारी होने पर प्रधान बुरी तरह सं भडक कर अपना ग्राम पंचायत का डॉगल ले गए है। हालांकि ग्राम पंचायत का डॉगल तो प्रधान के पास ही रहता है,मेरे पास डॉगल रखने का कोई प्रश्न ही नही उठता है।

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