हाथरस 21 दिसंबर । आज जिला अस्पताल परिसर में अनुष्का फाउंडेशन द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर सीएमएस डॉ एसपी सिंह मुख्य अतिथि रहे। क्लबफुट यानि टेडेमेडे पैरों की समस्या को दूर करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर अलीगढ़ से आए अनुष्का के मास्टर ट्रेनर डॉ संजीव मोहन, डॉ गोपाल वर्मा और डॉ डी के शर्मा ने 24 क्लब्फूट के मरीजों का इलाज किया। अनुष्का फाउंडेशन, राज्य सरकार और विभिन्न चिकित्सा कर्मचारियों के सहयोग से क्लबफुट से पीड़ित बच्चों को नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है। इस दौरान अनुष्का फाउंडेशन के ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना, अश्वनी दुबे, टैक्नीशियन मुकेश, प्रमोद मौजूद रहे।
क्लबफुट है जन्मजात विकृति
क्लबफुट एक जन्म जात विकृति है। जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से 1 को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है। आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।
किया जा रहा जागरुक
संगठन क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में परिचालन क्लबफुट क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। ऐसा ही एक क्लिनिक हाथरस में स्थापित किया गया है।
हर जिले में हो रहे क्लबफुट कार्यक्रम
अनुष्का फाउंडेशन हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू कर रहा है। ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके। एसबीआई फाउंडेशन जैसे सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे।