हाथरस 15 दिसंबर । अगर कोई विद्यार्थी अपने शिक्षक को तम्बाकू या अन्य नशा करता देखता है तो वह भी नशे की ओर जा सकता है इसलिए सबसे पहले शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे नशे से दूर रहें और बच्चों के आगे उदाहरणमूर्त बनें। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के आनन्दपुरी कालोनी केन्द्र संचालिका बी0के0 शान्ता बहिन ने रघनिया में प्राथमिक विद्यालय में आयोजित ‘‘नशा मुक्त भारत अभियान’’ के अन्तर्गत व्यक्त किये। ज्ञात हो कि ब्रह्माकुमारीज के मेडीकल विंग एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा अभियान नशा मुक्त भारत अभियान सतत रूप से जारी है।
रघनिया प्राथमिक विद्यालय एवं नगला सुक्खा में यह आयोजन किया गया। इसके अन्तर्गत समाज में सामान्य रीति से प्रयोग किये जाने व्यसनों तम्बाकू, शराब आदि से होने वाली हानियों की जानकारी एवं उनसे मुक्ति के उपायों पर चर्चा की गई। ब्रह्माकुमार दिनेश भाई ने बताया कि तम्बाकू एक धीमा जहर है जो इंसान को धीरे-धीरे मृत्यु की तरफ ले जाता है। उन्होंने सबसे पहले विद्यार्थियों से उनके घर-परिवारीजनों द्वारा तम्बाकू आदि व्यसनों को लेने की जानकारी ली तो मालूम हुआ कि स्कूल में 85 प्रतिशत से अधिक बच्चे ऐसे थे जिनके परिवारीजन तम्बाकू का प्रयोग करते हैं और इनमें से बहुत सारे बच्चों से उनके परिजन नशे की यह सामग्री दुकान से मँगाते हैं। यह जानते हुए भी कि तम्बाकू से नुकसान है और कैंसर होने की स्थिति में लाखों रुपयों की बर्बादी होगी फिर भी लोग इसका प्रयोग करते हैं। विद्यार्थियों को कहानी से प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि हम छोटे हैं, छोटे-छोटे हाथ बड़ा काम कर सकते हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए बी0के0 शान्ता बहिन ने कहा कि अगर बच्चे अपना संग अच्छा रखेंगे तो इस संगदोष से बच जायेंगे। कहा गया है जैसा संग वैसा रंग। अगर चोर का संग करेंगे तो चोरी करने के संस्कार कभी न कभी आ ही जायेंगे। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सद्भाव का सबसे अच्छा उदाहरण स्कूल होते हैं जहाँ सभी धर्म, पंथ के बच्चे एक साथ अध्ययन करते हैं। बच्चों को यह सद्भाव आगे भी कायम रखना होगा। उन्होंने सभी धर्म की आत्माओं के पिता एक परमपिता परमात्मा प्रकाशरूप शिव हैं इसके माध्यम से सभी धर्मों के अनुयायी आपस में भाई-भाई हैं यह संदेश दिया। और आत्मा का पाठ पढ़ाते हुए आत्मवत रूप से सभी से व्यवहार करने की शिक्षा भी दी। स्कूल के बच्चों ने भी खुद को एवं परिवार को नशे से दूर रखने की इच्छा प्रकट की और अपनी भावाभिव्यक्ति की।
डाॅ कपिल शर्मा ने विद्यालय के शिक्षकों की ओर से ब्रह्माकुमारीज संगठन का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बी0के0 पूजा बहिन, गजेन्द्र भाई, केशवदेव भाई, मनोज भाई सहित स्कूल के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकायें उपस्थित थे। इसके अलावा नगला सुक्खा में भी आयोजन किया गया।