
जनता ने ऐतिहासिक जनादेश दिया
कोर कमेटी की बैठक में महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में पार्टी को जीत मिली है। सभी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा। जनता ने खुलकर वोट दिया। उधर, नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महायुति को जनता ने ऐतिहासिक जनादेश दिया है। हम महाराष्ट्र को आगे ले जाने को प्रतिबद्ध हैं। पीएम मोदी ने मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता पर भरोसा जताया है। कल गुरुवार को देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पहली बार 2014 में देवेंद्र मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने पांच साल अपना कार्यकाल पूरा किया। हालांकि 2019 में वे महज 80 घंटे ही सीएम की कुर्सी पर रहे। इसके बाद फडणवीस एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम की भूमिका भी निभा चुके हैं।
भाजपा के पास सबसे अधिक संख्याबल
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला। सबसे अधिक 132 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। 57 सीटों पर एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के प्रत्याशी जीते। अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 41 सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब हुई। महायुति गठबंधन कुल मिलाकर 236 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा को पांच निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी मिला है।
कौन हैं देवेंद्र ?
देवेन्द्र गंगाधरराव फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति का वो नाम है जिसने अपने पिता से राजनीति विरासत मिलने के बावजूद अपनी अलग पहचान बनाई। फडणवीस ब्राह्मण परिवार से तालुक रखते हैं और उनके पिता गंगाधर राव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ में रहे हैं। फड़णवीस के पिता राज्य विधान परिषद के सदस्य भी रहे। देवन्द्र ने लॉ से स्नातक किया इसके अलावा उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की। फडणवीस अपने कॉलेज के दिनों में एबीवीपी के एक सक्रिय सदस्य थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के कार्यकर्ता के रूप में उन्होने जमीनी स्तर पर कार्य किया।