हाथरस 14 नवम्बर । जिलाधिकारी एवं जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष के निर्देशानुसार दिनांक 11 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक जनपद के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विशेष सर्वे एवं संचारी अभियान का प्रारम्भ किया गया है। अभियान के दौरान प्रत्येक आशा द्वारा माइक्रोप्लान के अनुसार प्रतिदिन 15 घरों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समस्त क्षेत्रों में आशाओं द्वारा घर-घर जाकर प्रपत्र के समस्त 9 बिन्दुओं पर कार्य किया जा रहा है एवं संक्रामक रोगों से बचाव हेतु आशाओं के माध्यम जागरूकता व प्रत्येक ब्लॉक के दो अति संवेदनशील ग्रामों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। आज तक की प्रगति रिपोर्ट के अनुसार अभियान के अन्तर्गत ई-कवच पोर्टल पर 18 हजार 793 परिवारों की प्रविष्टि, आभा आईडी 2917, सम्भावित क्षय रोगियों की संख्या 254 के सापेक्ष सन्दर्भित रोगियों की संख्या 111, सम्भावित लक्षण युक्त कुष्ठ रोगियों की संख्या 22, सन्दर्भित कुष्ठ रोगियों की संख्या 22, अभियान के दौरान कुल गर्भवती महिलाऐं की संख्या 2585, द्वितीय एवं तृतीय ट्रामिस्टर वाली गर्भवती महिलाओं की संख्या 1384, अति जोखिम युक्त गर्भवती महिलाओं की संख्या 223, टीकाकरण में 0 से 05 वर्ष तक बच्चों की संख्या 24877, पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों की संख्या 17123, ई-कवच पोर्टल पर प्रविष्टि किये गये बच्चों की संख्या 18090, आशाओं द्वारा 13523 सी-बैक फार्म एवं 30 वर्ष से अधिक उम्र के 3129 व्यक्तियों की एन0सी0डी0 स्क्रीनिंग की गयी है।अभियान के अन्तर्गत स्क्रीनिंग में पाये गये रोगियों को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच एवं उपचार कराये जाने हेतु आशाओं द्वारा जागरूक किया गया है। साथ ही क्षेत्रों में लगाये गये सुपरवाइजर/सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से उनके क्षेत्र का पर्यवेक्षण करते हुये निर्धारित प्रपत्र पर प्रतिदिन रिपोर्टिंग कराया जा रहा है।
संक्रामक रोगों के बचाव एवं रोकथाम हेतु कुल 34 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गये। जिसमें कुल उपचारित किये गये मरीजों की संख्या 1897, बुखार के रोगियों की संख्या 601, कुल मलेरिया जांचों की संख्या 601, मलेरिया धनात्मक रोगियों की संख्या 0, कुल डेंगू रोगियों की जांच 601, धनरात्मक डेंगू रोगियों की संख्या 0 है। बुखार के समस्त रोगियों को दवा देते हुये उपचारित किया गया है। ग्रामों में चिकित्सा शिविर आयोजन के साथ-साथ सोर्स रिडक्शन व ग्राम प्रधान से समन्वय स्थापित करते हुये एण्टीलार्वल दवा का छिडकाव किया जा रहा है। प्रचार प्रसार के माध्यम से जन-मानस को मच्छरों से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान का अनुश्रवण एवं मूल्यांकन विभागीय जनपद स्तरीय अधिकारियों एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।