हाथरस 14 अक्टूबर । आज दून पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य जेके अग्रवाल के निर्देशन में जनपद स्तरीय “अंतर विद्यालयी वाद-विवाद प्रतियोगिता”- दून पार्लियामेंट 2024- यूनियन-3, जिसमें प्रतियोगिता का विषय-“सभी प्रकार के सोशल मीडिया से दूरी बनाना सफलता की कुंजी है।” प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि बागला डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ एससी शर्मा, उद्योगपति कृष्ण अरोरा, रोटरी क्लब के पूर्व जिला गवर्नर अरुण जैन, रोटरी क्लब के आरसी नरूला, सीमैक्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या पारुल सारस्वत एवं प्रधानाचार्य जे०के० अग्रवाल ने संयुक्त रूप से मां शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया, साथ ही नन्हे-मुन्ने छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की शानदार प्रस्तुति दी गई। इसके बाद विद्यालय प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथियों का प्रतीक चिन्ह एवं राधे वस्त्र प्रदान कर ससम्मान स्वागत किया। समारोह में सर्वप्रथम मुख्य अतिथियों, निर्णायक मंडल, शिक्षकों एवं प्रतिभागियों का पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
इस प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य जनपद के प्रतिभावान विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का सुनहरा अवसर प्रदान करना है। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु दून पब्लिक स्कूल के सभागार में आयोजित प्रतियोगिता में दून पब्लिक स्कूल, सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज, बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल, सीमैक्स पब्लिक स्कूल, लॉर्डकृष्णा पब्लिक स्कूल, एबीजी गुरुकुलम सासनी, सैंट विवेकानंद पब्लिक स्कूल सादाबाद, ब्राइट कैरियर पब्लिक स्कूल के लगभग 27 छात्र-छात्राओं ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। प्रधानाचार्य जेके अग्रवाल ने अपने विद्यार्थियों को वाद-विवाद प्रतियोगिता का महत्व बताने, उसकी बारीकियों से अवगत कराने, प्रतियोगिता के प्रति गंभीर होने और उनके अंदर छिपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने के उद्देश्य से अपने विद्यालय छात्रों को यह उत्कृष्ट अवसर प्रदान किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता को इंटर्जेक्टर की व्यवस्था के अंतर्गत प्रतिभागी अपने विषय से संबंधित चुने हुए पक्ष का समर्थन करने के लिए ठोस सबूत के साथ विपक्ष को अपने प्रश्नों के रूप में चुनौती प्रस्तुत कर रहे थे। प्रतियोगिता को दून संसद के रूप में प्रदर्शित किया गया, जिसमें संसद का वास्तविक प्रश्नकाल का प्रारूप अपनाते हुए प्रश्न पूछे गए और प्रतिभागियों ने बड़ी ही गंभीरता के साथ उनके उत्तर दिए।
प्रतियोगिता में एबीजी गुरुकुलम ने प्रथम, लॉर्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल ने द्वितीय एवं बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य द्वारा विजेता स्कूल के प्रतिभागियों को मेडल, प्रमाण पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया। इस बार प्रतियोगिता में दून पब्लिक स्कूल की गत वर्ष अनोखी पहल थी कि विजेता टीम को एक रोलिंग ट्रॉफी से भी नवाजा गया, जिसे एबीजी गुरुकुलम, हाथरस ने पुनः प्राप्त किया। जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों में प्रतियोगिता के प्रति रोमांच को जाग्रत करना है। रोलिंग ट्रॉफी परंपरा का अर्थ- किसी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली विजेता टीम के पास ट्रॉफी तब तक रखने का अधिकार होगा, जब तक कि उसकी प्रतियोगिता में साल- दर- साल कोई दूसरी टीम विजेता ना हो। ट्राॅफी के 5 वर्ष तक लगातार एक ही विजेता के पास रहने पर उसे 51,000 रुपए का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा।
निर्णायक मंडल ने प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा से एबीजी गुरुकुलम स्कूल के साथ प्रथम स्थान पर रहे,दून पब्लिक स्कूल, हाथरस के छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन छात्रों में वाद-विवाद करने की अनोखी क्षमता है-हालांकि दून पब्लिक स्कूल, हाथरस को इस प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं माना गया, इसका कारण था कि सभी प्रतिभागियों के परिणाम पूरी पारदर्शिता के साथ निकाले जाएं। प्रतियोगिता में जज की भूमिका में बागला डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ एससी शर्मा एवं उद्योगपति किशन अरोरा रहे। दून पब्लिक स्कूल की ओर से कार्यक्रम में आए, सभी प्रतिभागियों और शिक्षकों के लिए जलपान की उचित व्यवस्था की गई। प्रधानाचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा विद्यार्थियों के लिए यह बड़ी बात है कि वह किसी भी प्रतियोगिता चाहे- वह सांस्कृतिक हो, शैक्षणिक हो या खेलों से संबंधित, उसमें प्रतिभागी बनना जरूरी है। उन्हें यह नहीं सोचना है कि जीत होगी या हार। प्रधानाचार्य का मानना है कि वाद-विवाद प्रतियोगिताओं से विद्यार्थी अपनी समझ के प्रति आश्वस्त होते हैं,ताकि उन्हें अपनी ज्ञान साधना को लेकर कोई संदेह न रहे। इससे छात्रों में एकाग्रता विकसित होती है। इच्छा शक्ति दृढ़ होती है, साथ ही ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों के व्यक्तित्व विकास में भी सहायक सिद्ध होती हैं। उन्होंने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य के लिए ढेर शुभकामनाएं प्रेषित कीं।