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हाथरस 13 अक्टूबर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने राष्ट्र ,धर्म एवँ समाज की सेवा करते हुये आज 100 वें वर्ष में पदार्पण कर रहा है। संघ के स्वयंसेवकों ने किसी भी परिस्थिति में मिली चुनोतियों का मजबूती से साथ मुकाबला किया। हिन्दू समाज को तोड़ने का षड्यंत्र देश मे ही नही वरन विदेशों से भी किया गया लेकिन उनके प्रयास कभी सफल नही हुये। हिन्दू समाज को एकजुट होकर इस राष्ट्र को विश्व सिरमौर बनाना है। उक्त बातें ब्रज प्रान्त के प्रांत कार्यकारणी सदस्य भावेंद्र ने बागला कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयदशमी उत्सव में कही। विजय दशमी उत्सव का शुभारंभ मुख्य वक्ता भावेंद्र, नगर संघचालक डॉ पीपी सिंह एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्रमुख उधोगपति हीरेन्द्र वार्ष्णेय ने संघ के संस्थापक एवं आद्यय सरसंघचालक केशवराव बलिराम हेडगेवार , पूज्य गुरू जी एवं भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। इसके उपरांत अतिथियों ने शस्त्र पूजन किया। स्वयंसेवक द्वारा एकल गीत का गान किया गया।

मुख्य वक्ता भावेंद्र ने कहा कि भगवान राम ने सबरी के बेर खाकर , निषाद और जटायू को गले लगाकर वर्गभेद मिटाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आदर्शां को अपनाकर देश में रामराज्य की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शास्त्र बताते है कि हमारे देवी देवताओँ ने भी शस्त्र रखें है। इन शस्त्रों का प्रयोग समाज और धर्म की रक्षा के लिये किया। संघ ने भी समाज की रक्षा के लिये शस्त्र के रूप में दंड रखा है। उन्होंने कहा कि जो अपने आपको संघर्षशील और ताकतवर रखेगा वही इस विश्व पर राज करेगा । हमे शक्तिशाली एवँ साहसी बनना होगा क्यो की शक्ति एवँ साहस से विजय होती है। हम विजय का वरण करना जानते है इसलिये हम शस्त्र पूजन करते है। विजयदशमी के इस उत्सव पर अधर्मियों एवँ समाज मे व्याप्त बुराई रूपी रावण का वध कर राष्ट्र को मजबूत बनाने का संकल्प लें। कार्यक्रम का संचालन नगर कार्यवाह भानु ने किया एवँ परिचय व आभार सह नगर कार्यवाह टिंकू राना ने व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला प्रचारक रवि प्रकाश, नगर प्रचारक शिवम सहित विभाग, जिला एवँ नगर के काफी संख्या में दायित्ववान कार्यकर्ता एवँ स्वयंसेवक मौजूद रहे।

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