नई दिल्ली 13 सितम्बर । दिल्ली शराब घोटाला केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई है। आबकारी नीति मामले से जुड़े सीबीआई केस में सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को आज जमानत दी। वह बीते 177 दिनों से जेल में बंद रहे हैं। अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने में सिंघवी की दलीलें काम कर गईं। अरविंद केजरीवाल ने जमानत के साथ-साथ अपनी गिरफ्तारी को भी चुनौती दी थी। अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला से जुड़े ईडी मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच यह फैसला दिया। दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों फैसला सुरक्षित रख लिया था। केजरीवाल को जमानत मिलने से आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी खुशी है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद ‘AAP’ ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ पर ‘‘सत्यमेव जयते’’ लिखकर पोस्ट किया। हालांकि जमानत की शर्तों के मुताबिक केजरीवाल दिल्ली सचिवालय और मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जा सकेंगे। अगर कोई बहुत जरूरी आधिकारिक फाइल को साइन करनी हो तो उन्हें पहले उपराज्यपाल से इसकी मंजूरी लेनी होगी। सीबीआई ने ‘आप’ प्रमुख को 26 जून को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद CM अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है। बहुत बड़े-बड़े संघर्ष किए, जिंदगी में बहुत मुसीबतें झेली हैं लेकिन हर कदम पर भगवान ने मेरा साथ दिया। ऊपर वाले ने मेरा साथ दिया क्योंकि मैं सच्चा था, मैं सही था… इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया। इन लोगों को लगा कि केजरीवाल को जेल में डाल देंगे तो केजरीवाल के हौसले टूट जाएंगे। आज मैं आपको कहना चाहता हूं कि मैं जेल से बाहर आया हूं, मेरे हौसले 100 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं, मेरी ताकत 100 गुना ज्यादा बढ़ गई है। इनकी जेल की सलाखें केजरीवाल के हौसले को कम नहीं कर सकतीं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जैसे आज तक ऊपर वाले ने मुझे रास्ता दिखाया, मुझे ताकत दी, ऐसे ही मुझे रास्ता दिखाता रहे, मैं देश की सेवा करता रहूं और ये जितनी भी राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं… जो देश को बांटने का काम कर रही हैं, देश को अंदर से कमजोर करने का काम कर रही हैं, जिंदगी भर मैं इनके खिलाफ लड़ा हूं और ऐसे ही लड़ता रहूंगा।’