हाथरस 10 सितंबर । श्यामकुंज स्थित एमएलडीवी पब्लिक इण्टर कालेज एवं तरफरा रोड़ स्थित आरकेएसके इण्टरनेशनल स्कूल में राधा अष्टमी का महोत्सव धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण की आराध्या, बृजधाम की महारानी, रसिकों का श्रंगार, समस्त बाधाओं को दूर करने वाली, बरसाने के कण-कण में प्रेम की धारा बहाने वाली राधा-रमण के दिल की धड़कन, राधा-कृष्ण के छविचित्र पर एमएलडीवी की प्रधानाचार्या पूनम वार्ष्णेय, आरकेएसके की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह, डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त, पूर्व प्रधानाचार्या शैलकान्ता गुप्ता, प्रषासनिक प्रमुख हर्षित गुप्ता द्वारा माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये डीआरबी इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्वतंत्र कुमार गुप्त ने बतलाया कि भगवान कृष्ण की पत्नी रूकमणि, भक्त मीरा एवं प्रेयसी राधा ने कृष्ण की साधना में अपने आपको समर्पित कर दिया था। कृष्ण के बिना राधा एवं राधा के बिना कृष्ण सदैव अधूरे हैं। कृष्ण और राधा का प्रेम निच्छल, पवित्र एवं आत्मीय स्वरूप की प्रस्तुति करता है, तभी तो भगवान कृष्ण राधा से प्रेम करते हुये योगीराज कहलाये थे। उन्होंने कहा कि श्रीराधा की महिमा का वर्णन करने में समस्त देवता भी असक्षम हैं। राधा नाम के स्मरण मात्र से संसार की समस्त बाधायें दूर हो जाती हैं एवं मनुष्य जीवन में सुख-षान्ति एवं समृृद्धि प्राप्त होती है।
राधा के रूप में रोषेल चैधरी एवं कृष्ण के रूप में परियाषा जब अपनी गोपिकाओं के साथ रंगमंच पर प्रकट होकर भाव-नृत्य करने लगे, तो सम्पूर्ण वातावरण राधा-कृष्णमय होते हुये ‘राधे-राधे श्याम मिला दे’ के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस अवसर पर एम0एल0डी0वी0 की शालिन, वंषिका, मानसी, रितिका, नंदनी, वंष, पलक, अर्पिता, दिव्यांषी, बबली, चंचल एवं आर0के0एस0के0 के शौर्य, पारस, रूपांषी, कार्तिक, मिष्टी, शिवानी, भूपेष, मयूर, उपासना, युवी, अनन्या, दिव्यांषी, वैभव, सोनाक्षी, रिया के राधा-कृष्ण भक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों ने दर्षकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर वंषिका वार्ष्णेय के ‘राधे-राधे तेरे बिना कृष्णा तो लगे आधे-आधे’ की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने समा बाँध दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एमएलडीवी से काजोल वार्ष्णेय, चारू गुप्ता, प्राची शर्मा, डाॅ रेखा जादौन, शाजिया रफीक खान, गीता गौतम, इं ललिता कुलश्रेष्ठ, संजय मिश्रा, हिमांषु गुप्ता, आरके शर्मा, सुमिति शर्मा, राधा सारस्वत, मानसी वर्मा, निधि चतुर्वेदी, निधि शर्मा, अभिषेक सिंह, कृष्ण कुमार कौषिक, जीतू अरोरा, पुनीत गुप्ता, पुनीत वाष्र्णेय, राजेन्द्र प्रसाद एवं आरकेएसके से प्रीति सेंगर, नीलू शर्मा, संजय कुमार, श्याम सिंह आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन ललिता पाठक एवं निहारिका वार्ष्णेय द्वारा किया गया। अन्त में संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।