सिकंदराराऊ (हसायन) 06 सितंबर । विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत पोरा स्थित सात विसा मोहल्ला में अपनी ननिहाल में आए एक दो वर्षीय चार माह के मासूम बालक डिप्टीथीरिया गलघोटू रोग से पीडित पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है।स्वास्थ्य विभाग व विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियो के द्वारा डिप्टीथीरिया रोग से पीडित बच्चे की निगरानी करना प्रारंभ कर दिया है।मनोज कुमार निवासी पुरदिलनगर ललिता गेट हाल निवासी दिल्ली में रहता है।मनोज कुमार के द्वारा दिल्ली में संतानोपत्ति होने के उपरांत अपने दो साल चार माह के पुत्र कार्तिक का टीकाकरण नही कराया गया था।टीकाकरण नही कराए जाने के कुछ दिनो पहले अपनी ननिहाल पोरा ग्राम पंचायत के मोहल्ला पोरा सात विसा में आया हुआ था।ननिहाल आने के उपरांत एक अगस्त को कार्तिक दिल्ली से अपनी मॉ के साथ अपनी ननिहाल पोरा सात विसा मोहल्ला में आया हुआ था।
छब्बीस अगस्त को कार्तिक की मॉ अपने बच्चे को लेकर अपने नंद नंदोई के यहां पर मुरसान ब्लाक के गांव चिंतापुर में ले गई थी। छब्बीस अगस्त के उपरांत चिंतापुर में पहुंचने के दौरान बालक कार्तिक के गले में कुछ दिन पहले एक सितंबर को गले में कुछ दिक्कत सूजन आने पर उसके परिजन उपचार के लिए हाथरस के श्रीराम हॉस्पीटल ले गए।श्रीराम हाॅस्पीटल के चिकित्सक के द्वारा कार्तिक के गले में उत्पन्न हो रहे गल घोटू डिप्टीथीरिया रोग की पहचान कर तत्काल विश्व स्वास्थ्य संगठन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को दी गई।जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी हसायन डॉ.अंकुश सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन की महिला चिकित्सक सर्विलांस अधिकारी एसएमओ डॉ.प्रीती रावत के द्वारा वीपीएम निशांत यादव के साथ गांव पहुंचकर बच्चे के ननिहाल में पहुंचकर जानकारी ली गई।साथ ही टीम को प्रशिक्षण कराकर एसीएस का कार्य पूरा कराया गया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मंगलवार को फाइनल रिपोर्ट के अनुसार कैंपिंग कर शत प्रतिशत टीकाकरण कराए जाने के निर्देश दिए गए है।वही कार्तिक को उपचार के बाद परिजन अपने नंद नंदोई के घर ले गए है। अब बच्चे की हालात में सुधार बताया जा रहा है।