हाथरस 03 जुलाई । सिकंदराराऊ क्षेत्र में कल नारायण हरि साकार के नाम से प्रसिद्ध सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सौ से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब फुलरई में भोले बाबा सत्संग समाप्त करने के बाद बाहर निकल रहे थे। इस मामले में बाबा के मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर निवासी न्यू कॉलोनी दमदमपुरा कस्बा सिकंदराराऊ के खिलाफ दर्ज किया है। कुछ सेवादार व आयोजकों पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की एफआईआर में स्पष्ट किया गया है की आयोजकों ने 80,000 भीड़ की अनुमति मांगी थी और यहां पर क्षमता से अधिक भीड़ एकत्रित की गई। लाखों की भीड़ के जमा होने से व्यवस्था बिगड़ी।
भाेले बाबा के सत्संग में भगदड़ के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ घायलों से मिलने के बाद सिकंदराराऊ स्थित घटनास्थल देखने पहुंचे। भारी बारिश के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया। वह यहाँ कुछ ही देर रुके ,उन्होंने अधिकारियों से सारी जानकारी ली।
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे। सीएम योगी ने भगदड़ में घायल हुए लोगों से हाथरस के जिला अस्पताल में मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों से मिलकर हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लिया। हाथरस पुलिस लाइन में उनका हेलीकॉप्टर लैंड होने के बाद उन्होंने बैठक की। प्रमुख सचिव मनोज कुमार जीपी प्रशांत कुमार व प्रदेश सरकार के कई मंत्री रात से ही हाथरस में डेरा डाले हुए हैं। अलीगढ़ के पोस्टमार्टम हाउस पर मृतकों का पीएम जारी है।कल सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सवा लाख से अधिक लोग सत्संग में मौजूद थे। समापन के बाद हर कोई निकलने की जल्दी में था। गर्मी और उमस के कारण श्रद्धालु परेशान थे। इसी बीच बाबा का काफिला निकालने के लिए लोगों को रोका गया। हर कोई बाबा को नजदीक से देखना चाहता था। उनकी गाड़ी की धूल को पाना चाहता था। ऐसे में पीछे से भीड़ का दबाव बढ़ता गया। सड़क के करीब दलदली मिट्टी और गड्ढा होने के कारण आगे मौजूद लोग दबाव नहीं झेल सके औऱ एक के बाद एक गिरते चले गए। खासकर जमीन पर गिरीं महिलाओँ व बच्चों के ऊपर से लोग गुजरते चले गए। देखते ही देखते चीख-पुकार मच गई। बड़ी संख्या में लोग बेहोश हो गए।