
सादाबाद 31 दिसंबर । स्थानीय श्री महाराजा अग्रसेन सेवा सदन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन भक्तिमय वातावरण रहा। इस दौरान भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा सुनाई गई। कथा के दौरान भव्य नंदोत्सव लीला का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नंदोत्सव के समय भक्तों ने फूल, मिठाई और उपहारों की वर्षा की। पूरा पंडाल “नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की” के जयघोष से गूंज उठा। भागवत आचार्य बाल योगी पचौरी जी महाराज ने लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान का अवतार केवल अधर्म के नाश के लिए नहीं होता, बल्कि मानव जीवन को प्रेम, करुणा और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने के लिए होता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम मर्यादा, सत्य और त्याग के प्रतीक हैं, जबकि भगवान श्रीकृष्ण प्रेम, आनंद और भक्ति का स्वरूप हैं। आचार्य पचौरी जी ने आगे कहा कि नंदोत्सव लीला यह संदेश देती है कि जब जीवन में ईश्वर का वास होता है, तो हर घर उत्सव स्थल बन जाता है। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भगवान के जन्मोत्सव का आनंद लिया, जिससे कथा स्थल पर भक्तिमय वातावरण बना रहा।



















