
हाथरस 31 दिसंबर । मंडी समिति परिसर हाथरस स्थित खाद्य एवं रसद विभाग की विपणन शाखा द्वारा संचालित बाजरा बाजार क्रय केंद्र का जिलाधिकारी अतुल वत्स ने स्थलीय निरीक्षण कर खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बाजरा की गुणवत्ता, टोकन व्यवस्था एवं तौल प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और सुचारू रखने के सख्त निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मंडी में मौजूद किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं और सुझाव सुने। किसानों ने बताया कि बाजरा खरीद में अत्यधिक समय लग रहा है, ट्रैक्टर-ट्रॉलियां कई-कई दिन तक खाली नहीं हो पा रहीं। कुछ किसानों ने यह भी बताया कि 7 से 8 दिन पहले टोकन मिलने के बावजूद अभी तक बाजरे की तौल नहीं हुई है। इस पर जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को निर्देश दिए कि मंडी में प्रतिदिन बाजरा बिक्री के लिए आने वाले किसानों को सीरियलवार टोकन दिए जाएं तथा टोकन के आधार पर ही खरीद प्रक्रिया पूरी की जाए। साथ ही बाजरा खरीद से संबंधित समस्त विवरण पंजिका में अनिवार्य रूप से दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बिक्री हेतु खड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रखे बाजरा, तौल किए जा रहे बाजरा तथा तौल के बाद बोरियों में रखे बाजरा की गुणवत्ता की जांच कराई। जांच में बाजरा की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए बोरों को सील करने तथा उप जिलाधिकारी सदर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही केंद्र पर तैनात विपणन निरीक्षकों के विरुद्ध भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने केंद्र पर बोरों की उपलब्धता, बाजरा की आवक, भुगतान प्रक्रिया एवं किसानों को दी जा रही सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि तौल स्थल पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं है, सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं तथा शीतलहर के बावजूद अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इस पर उन्होंने तत्काल सभी मूलभूत सुविधाएं एवं अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। तौल प्रक्रिया में हो रही देरी को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने अतिरिक्त श्रमिकों एवं कर्मचारियों की तैनाती करने तथा अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाएं तत्काल लागू करने के निर्देश दिए, ताकि तौल कार्य तेजी से हो और किसानों को अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़े। उन्होंने खरीद प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुगम एवं किसान हितैषी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि मंडी परिसर में बिचौलियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी खरीद केंद्रों पर व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हों, इसके लिए प्रतिदिन समीक्षा की जाए और किसी भी शिकायत का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए।



















