
हाथरस 30 दिसंबर । जनपद हाथरस में संचालित ‘टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत आज एक सराहनीय पहल की गई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) स्वाती भारती द्वारा 11 टीबी रोगियों को पोषण पोटली प्रदान कर गोद लिया गया तथा उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई। इस अवसर पर बीएसए स्वाती भारती ने गोद लिए गए टीबी रोगियों को भुना चना, मूंगफली, गुड़, तिल गजक, सोयाबीन बरी, दाल, दलिया एवं प्रोटीन पाउडर युक्त पोषण आहार वितरित किया। उन्होंने रोगियों एवं उपस्थित लोगों को टीबी के लक्षणों की जानकारी देते हुए कहा कि यदि परिवार या आसपास कोई व्यक्ति एक सप्ताह से अधिक समय से खांसी, कमजोरी, सांस फूलना, वजन कम होना या सीने में दर्द जैसी समस्या से पीड़ित हो, तो बिना संकोच नजदीकी सरकारी अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। उन्होंने बताया कि टीबी की पहचान एक्स-रे या बलगम जांच से की जाती है और सरकारी अस्पतालों में टीबी की जांच एवं दवाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं। सही समय पर उपचार से टीबी पूरी तरह ठीक की जा सकती है। बीएसए स्वाती भारती ने जनपद हाथरस के गणमान्य नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों, बड़े उद्योग-कल-कारखानों एवं उद्योगपतियों से अपील करते हुए कहा कि वे टीबी मुक्त भारत अभियान में आगे आकर टीबी रोगियों को पोषण पोटली देकर गोद लें, जिससे न केवल रोगियों को पोषण सहयोग मिलेगा बल्कि समाज को टीबी मुक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस अवसर पर डॉ. प्रवीन कुमार भारती, जिला क्षय रोग अधिकारी (DTO) हाथरस ने बीएसए द्वारा की गई इस पहल की सराहना की और अधिक से अधिक लोगों से टीबी रोगियों को गोद लेकर अभियान को सफल बनाने का अनुरोध किया। कार्यक्रम के दौरान एनटीईपी (राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम) की टीम भी उपस्थित रही।













