
हाथरस 20 दिसंबर | कोतवाली सादाबाद क्षेत्र के गांव कूपा कला निवासी योगेन्द्र सिंह पुत्र अमर सिंह दिल्ली में मजदूरी करता था। इसी दौरान उसकी जान-पहचान अजय यादव पुत्र हुकम सिंह निवासी बोचरीअ थाना अटेली जिला महेन्द्रगढ़ हरियाणा से हुई। आरोप है कि अजय यादव ने अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसाकर योगेन्द्र को जयपुर एयरपोर्ट पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया और नौकरी के एवज में रुपये मांगे। आरोपी ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि नौकरी नहीं लगी तो पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। पीड़ित के अनुसार अजय की बातों में आकर उसने 30 नवंबर 2023 को एक लाख रुपये मोबाइल से, चार लाख रुपये नकद तथा अलग-अलग तिथियों में उसकी मांग पर मोबाइल के माध्यम से कुल 13 लाख 90 हजार रुपये आरोपी के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित को एक फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर और एंट्री का गेट पास दिया और उसे असली बताकर सौंप दिया। 20 अक्टूबर 2024 को जब योगेन्द्र एयरपोर्ट पहुंचा तो उसे जानकारी हुई कि दिए गए सभी दस्तावेज पूरी तरह फर्जी और कूटरचित हैं। जब उसने अजय से संपर्क किया तो आरोपी ने पैसे वापस करने का भरोसा दिया, लेकिन बार-बार मांगने पर वह टालमटोल करता रहा।
पीड़ित ने बताया कि 6 जुलाई 2025 को शाम करीब आठ बजे अजय ने फोन कर उसे हाथरस के रुहेरी मोड़ पर बुलाया। वहां पहुंचने पर एक इनोवा गाड़ी में अजय सहित चार अन्य अज्ञात लोग बैठे मिले। पैसा दिलाने के बहाने जैसे ही वह गाड़ी के पास पहुंचा, आरोपियों ने उसे जबरन खींचकर गाड़ी में डाल लिया और मारपीट करते हुए तमंचों से धमकाने लगे। आरोपियों ने साफ तौर पर कहा कि यदि आगे से रुपये मांगने की कोशिश की तो उसे जान से मार दिया जाएगा। पीड़ित ने बताया कि काफी मिन्नतें करने के बाद उसकी जान बच सकी। आरोपी उसे जमुना में फेंकने की धमकी देते रहे और बोले कि पैसे हड़प चुके हैं। इसके बाद हतीसा पुल पर उतारते हुए धमकाया गया कि आज छोड़ रहे हैं, लेकिन यदि किसी तरह की कार्रवाई की तो झूठे मुकदमे में फंसा कर जान से मार देंगे। इसके बाद आरोपी गाड़ी लेकर मथुरा की ओर फरार हो गए। घटना के बाद पीड़ित कोतवाली हाथरस गेट पहुंचा, जहां आरोप है कि पुलिस ने तहरीर लेकर उसे टाल दिया और रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद मजबूर होकर पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर अब मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।












