
हाथरस 18 दिसंबर । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर गुरुवार को जनपद हाथरस में भाजपा सरकार की कथित संविधान-विरोधी, जनविरोधी और दमनकारी नीतियों के खिलाफ भाजपा जिला कार्यालय के शांतिपूर्ण घिराव का कार्यक्रम प्रस्तावित था। लेकिन इससे पहले ही प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष विवेक उपाध्याय को उनके आवास पर ही नजरबंद (हाउस अरेस्ट) कर लिया। कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को लोकतंत्र पर सीधा हमला बताते हुए भाजपा सरकार पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।कांग्रेस का कहना है कि शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध से पहले ही जिला प्रशासन ने सत्ता के दबाव में आकर विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास किया। जिला अध्यक्ष विवेक उपाध्याय ने कहा कि भाजपा सरकार जनता के सवालों से भयभीत है, इसलिए विरोध को अपराध बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई भाजपा की तानाशाही मानसिकता को उजागर करती है। कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता संविधान, लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संघर्ष को तैयार है। उन्होंने दो टूक कहा कि हम न झुकेंगे, न डरेंगे और न रुकेंगे।कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन तुरंत बंद नहीं किया गया, तो यह आंदोलन जनपद से लेकर प्रदेश स्तर तक और अधिक उग्र रूप लेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी भाजपा सरकार और जिला प्रशासन की होगी।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीते एक दशक से केंद्र की भाजपा सरकार मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और उसके नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से लगातार गैरकानूनी कार्रवाइयां कर रही है, जो अब पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुकी हैं। इसी के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर 18 दिसंबर को सभी जनपदों में भाजपा कार्यालयों का घेराव प्रस्तावित था। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार इस विरोध से इतनी घबरा गई कि स्थानीय पुलिस प्रशासन को आगे कर शहर कांग्रेस कमेटी हाथरस के अध्यक्ष योगेश कुमार ओके, कोषाध्यक्ष अमित कुमार सिंह, कार्यालय प्रभारी मुकेश कुमार सिंह, सचिव हेमंत कुमार सहित अन्य नेताओं को रात करीब 11 बजे से ही उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया। नजरबंदी के दौरान भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि जुल्मी जब-जब जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से, चप्पा-चप्पा गूंज उठेगा कांग्रेस के नारों से। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे भाजपा की दमनकारी नीतियों से न डरेंगे और न झुकेंगे, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष को और तेज करेंगे।











