
नई दिल्ली 14 दिसंबर । भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को नया कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में सभी को चौंका दिया है। नितिन नबीन अब जेपी नड्डा की जगह यह अहम जिम्मेदारी संभालेंगे। बिहार की राजनीति में नितिन नबीन एक जाना-पहचाना और भरोसेमंद चेहरा माने जाते हैं, जिन्होंने संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर अपनी मजबूत भूमिका निभाई है। नितिन नबीन वर्तमान में बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री हैं। वे बांकिपुर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं और 2025 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर बड़ी जीत दर्ज की। इस चुनाव में उन्होंने आरजेडी की प्रत्याशी रेखा कुमारी को 51,936 मतों से पराजित किया। उन्हें कुल 98,299 वोट प्राप्त हुए। 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद बनी नीतीश कुमार–सम्राट चौधरी सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। 23 मई 1980 को पटना में जन्मे नितिन नबीन ने अपने पिता नबीन किशोर प्रसाद सिन्हा की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। उनके पिता भाजपा के वरिष्ठ नेता और बांकिपुर से विधायक रह चुके थे। नितिन नबीन ने 12वीं तक की शिक्षा दिल्ली के सीएसकेएम पब्लिक स्कूल से प्राप्त की। पिता के निधन के बाद वर्ष 2006 में पटना पश्चिम (अब बांकिपुर) से हुए उपचुनाव में पहली बार विधायक बनकर उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा।
सरकारी जिम्मेदारियों के साथ-साथ पार्टी संगठन में भी नितिन नबीन की भूमिका अहम रही है। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वे भाजपा के लिए सिक्किम के प्रभारी और छत्तीसगढ़ के सह-प्रभारी भी रहे, जहां पार्टी की चुनावी सफलता में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। अपने कार्यकाल के दौरान नितिन नबीन सड़क निर्माण, शहरी विकास और आवास योजनाओं को गति देने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी उन्होंने कई अहम पहल की हैं, जिनमें पत्रकारों की पेंशन बढ़ाना और आशा व ममता कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन में वृद्धि शामिल है। युवा राजनीति से लेकर कैबिनेट मंत्री और अब राष्ट्रीय संगठन के शीर्ष पद तक का उनका सफर उन्हें भाजपा के प्रभावशाली नेताओं की श्रेणी में स्थापित करता है।










