
हाथरस 11 दिसंबर । हाथरस जिले की सादाबाद कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी समेत 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश मथुरा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्सव गौरव राज की अदालत ने ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह के पिता गजेंद्र सिंह की याचिका पर जारी किया। याचिकाकर्ता के अनुसार, 25 फरवरी 2025 को तड़के करीब चार बजे हाथरस एसओजी प्रभारी धीरज गौतम के साथ 10–15 पुलिसकर्मी दीवार फांदकर उनके घर में घुस आए। आरोप है कि पुलिस टीम ने ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह को पीटा, जबरन उठाकर ले गई और दो मोबाइल फोन तथा 50 हजार रुपये नकद भी अपने साथ ले गई।
गजेंद्र सिंह ने अदालत को बताया कि उनके बेटे हरेंद्र को फरह से उठा कर उसी रात सादाबाद कोतवाली क्षेत्र में एक फर्जी मुठभेड़ दिखाकर गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि मुठभेड़ के नाम पर हरेंद्र की टांगों में गोली मारकर हत्या के प्रयास जैसा कृत्य किया गया और बाद में उन पर दो फर्जी मुकदमे भी दर्ज कर दिए गए। हरेंद्र वर्तमान में जमानत पर हैं। याचिका में कई सबूत प्रस्तुत किए गए, जिनमें घर से उठाए जाने की सीसीटीवी फुटेज, घर में जबरन घुसने का वीडियो, टोल प्लाजा की फुटेज तथा पुलिस टीम के मोबाइल फोन की लोकेशन भी शामिल है, जो घटना के समय फरह क्षेत्र में पाई गई। गजेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने कथित फर्जी मुठभेड़ से दो घंटे पहले ही एसएसपी मथुरा और एसपी हाथरस को शिकायत भेज दी थी।
सभी साक्ष्यों की समीक्षा के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने फरह थाना प्रभारी को संबंधित सभी 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि पुलिस इस आदेश को कई दिनों तक दबाए रही, लेकिन मामला चर्चा में आने के बाद विभाग में हड़कंप मचा है। फरह थाना प्रभारी त्रिलोकी सिंह ने कहा है कि कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा और किसी भी समय एफआईआर दर्ज की जा सकती है।















