
हाथरस 10 दिसंबर । नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिले के विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों और गांवों में युवाओं और विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से अवगत कराने हेतु कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर बी.के. हेमलता बहन ने कहा कि “अब कुम्भकरण की तरह सोने का समय नहीं है। नशा का विपरीत शान है। हम उस देश के नागरिक हैं, जो कभी स्वर्ग कहलाता था, यह हमारी असली शान है।” बी.के. हेमलता ने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि युवा देश की शक्ति है। यदि युवा नशे के शिकार हो जाते हैं तो समाज दूषित हो जाता है। इसलिए शिक्षक और अभिभावक मिलकर युवाओं को दुर्गुणों और नशे से दूर रखने का प्रयास करें। उन्होंने यह भी बताया कि सबसे पहला दायित्व शिक्षक का है कि वे स्वयं नशे के किसी रूप से दूर रहें। कार्यक्रम एल.के.बी., प्रकाश कॉन्वेंट, मिश्री लाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के अलावा हीरा नगला, मोहकमपुरा, तेहरा, सहारा आदि गांवों में आयोजित किए गए। तहसील परिसर में यह कार्यक्रम तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल, नायब तहसीलदार तान्या शर्मा के सानिध्य में तथा एसडीएम परितोष मिश्रा के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस दौरान नशे से होने वाली बीमारियों और समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी वीडियो और मोबाइल वाहन के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम में सभी स्कूल और कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक गण उपस्थित रहे। इसके अलावा प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से बी.के. शांता बहन, बी.के. हेमलता बहन, विपिन बहन, मोहिनी, गजेंद्र भाई, करण भाई, पूजा बहन और सृष्टि बहन ने भी सहयोग प्रदान किया। इस पहल के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।













