
हाथरस 27 नवंबर । कोतवाली सिकंदराराऊ के कस्बा पुरदिलनगर मोहल्ला गड़डा निवासी नूरजहां बेगम पत्नी समीरुद्दीन ने अपनी पुत्री हाजरा खातून का का रिश्ता अरशद पुत्र असलम खां निवासी मौहल्ला बरोलिया टोला अतरौली, अलीगढ़ के साथ रिश्ता तय किया था। नूरजहां ने अपनी बेटी की मंगनी में करीब एक वर्ष पहले 1,40,000 रुपए का घरेलू सामान, 1 सोने की अंगूठी, 3 चांदी की अंगूठी, 1 तोडिया 5 तोले की व 21000 रुपए नगद देकर सम्पन्न की थी। अरशद व परिवार वालों ने विवाह में एक बाइक की मांग करते हुए मगनी तोड़ने की बात की, जिस पर मां ने 50,000 रुपए नकद देने की बात कह दी। आरोप है कि अरशद ने सुलह कर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए मां-बेटी को सामाजिनक कल्याण कार्यालय हाथरस बुलाकर 10 नवंबर 2024 में विवाह सम्पन्न कराया। बेटी की ससुराल के लोग दो महीने बाद विदा कराकर ले जाने की बात कह गए। इस बीच बेटी की मां से 50,000 रुपए व मुख्य मंत्री सामूहिक विवाह योजना के 30000 रुपए ले गए। लेकिन अभी तक बेटी को विदा नही कराया है। इस बात से परेशान मां-बेटी पुलिस के पास पहुंचीं। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर महिला थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।










