सिकंदराराऊ (हसायन) 27 नवंबर । कोतवाली क्षेत्र की सलेमपुर पुलिस चौकी के अंतर्गत नगला विजन–हसायन मार्ग पर गांव शेरपुर के पास 4 नवंबर को हुई बाइक लूट की घटना को आज 24 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अब तक न तो लूटी गई बाइक बरामद कर पाई है और न ही लुटेरों तक पहुंच सकी है। मामले में पुलिस की ढीली कार्यशैली खुले तौर पर सामने आ रही है, जिससे पीड़ित युवक बेहद परेशान है। घटना के अनुसार नगला जलाल निवासी नीतेश कुमार धनतेरस पर नई होंडा मोटरसाइकिल लेकर अपनी बहन के यहां हसायन जा रहा था। रास्ते में नगला विजन के पास उसकी बाइक एक ट्रैक्टर से टकरा गई। हादसे के बाद भी नीतेश बाइक लेकर आगे बढ़ा, लेकिन दोबारा गिर गया। इसी दौरान तीन अज्ञात युवक उसके पास पहुंचे और उसे घर छोड़ने का बहाना बनाकर बाइक सहित अपने साथ ले गए। पीड़ित का आरोप है कि तीनों युवक उसे घर पहुंचाने के बजाय कासगंज मार्ग पर अगसौली पुलिस चौकी से पहले एक सुनसान जगह ले गए और उसके पास मौजूद 120 रुपये छीन लिए। इसके बाद तीनों युवक बाइक लेकर फरार हो गए। पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर में 120 रुपये छीने जाने का जिक्र था, लेकिन पुलिस ने FIR में इसका उल्लेख तक नहीं किया। यहां तक कि लूट की घटना को पुलिस ने चोरी मानते हुए चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज कर दिया, जबकि पीड़ित लगातार लूट का दावा कर रहा है। दिलचस्प बात यह है कि पुलिस ने 16 दिन बाद भी न लुटेरों का कोई सुराग लगाया और न ही बाइक की बरामदगी पर कोई प्रगति दिखाई। उल्टा पीड़ित से जांच के नाम पर 450 रुपये खर्च कराकर एक पेनड्राइव भी मंगाई गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिनदहाड़े हुई इस लूट की गंभीरता को पुलिस ने शुरू से ही हल्के में लिया है। चौकी स्तर पर न तो कोई ठोस पड़ताल की गई और न CCTV की जांच। 24 दिन गुजरने के बाद भी पुलिस की हाथ पर हाथ धरे रहने की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। पीड़ित युवक नीतेश अब भी अपनी नई मोटरसाइकिल की तलाश और न्याय के लिए पुलिस थानों के चक्कर लगा रहा है, जबकि पुलिस अभी तक घटना का सुराग तक नहीं जुटा पाई है।










