
हाथरस 26 नवंबर । प्रभारी अधिकारी (आपदा) ने शीतलहर से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी करते हुए बताया है कि शीतलहर की स्थिति में नागरिक लगातार मौसम की जानकारी विभिन्न मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से प्राप्त करते रहें और सतर्क रहें। शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए गरम पानी और अन्य गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें तथा अंगीठी, मिट्टी के तेल के चूल्हे या हीटर का उपयोग सावधानी से करें और कमरे में उचित वेंटिलेशन बनाए रखें, ताकि जहरीली गैसों का जमाव न हो। अत्यधिक सर्दी के लिए इंधन सुरक्षित रखें, गीले कपड़े तुरंत बदलें और यदि घर में अलाव की व्यवस्था न हो तो प्रशासन द्वारा बनाए गए सामुदायिक अलाव स्थलों का उपयोग करें। शीतलहर में कई परतों वाले गर्म कपड़े जैसे ऊनी वस्त्र, स्वेटर, टोपी और मफलर पहनकर खुद को सुरक्षित रखें तथा अत्यधिक ठंड और कोहरे में छोटे बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर ही रखें। शराब या मादक पदार्थों के सेवन से बचें क्योंकि यह शरीर का आंतरिक तापमान कम कर देते हैं, जो शीतलहर में खतरनाक हो सकता है। अपने आसपास अकेले रहने वाले बुजुर्गों का ध्यान रखें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें। ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें, अनावश्यक यात्रा न करें, क्योंकि लंबे समय तक ठंड में रहने से हाइपोथर्मिया हो सकता है; इसके लक्षण जैसे असामान्य शरीर तापमान, भ्रम, बेहोशी, थकान या शिशुओं में लाल त्वचा दिखाई दें तो तुरंत अस्पताल संपर्क करें। पशुओं को भी ठंड से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें, उन्हें खुले में न छोड़ें, ठंडा चारा-पानी न दें, रात में सूखे पुआल का बिछावन रखें और उनके आवास को ढककर रखें। खेतों-बागों में इंटरक्रॉपिंग अपनाएं, पौधों को ढककर रखें, तापीय व्यवस्था बनाए रखें तथा जड़ों के विकास के लिए कॉपर ऑक्सी क्लोराइड, फॉस्फोरस और पोटेशियम का स्प्रे करें, साथ ही फसलों को ठंडी हवाओं से बचाने के लिए विंड ब्रेक या शेल्टर बेल्ट लगाएं। किसी भी समस्या या आपात स्थिति में नागरिक इन्टीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के नंबर 05722-297643 और आपदा विशेषज्ञ के मोबाइल नंबर 9520782782 पर संपर्क कर सकते हैं।














