
हाथरस 26 नवंबर । दून पब्लिक स्कूल में आज विशेष प्रातःकालीन सभा के दौरान संविधान दिवस बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य जे.के. अग्रवाल के सुव्यवस्थित निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। कार्यक्रम की शुरुआत छात्र अनुराग शर्मा की बांसुरी पर देशभक्ति गीत की मनोहारी प्रस्तुति से हुई, जिसने विद्यालय परिसर को देशभक्ति की भावना से भर दिया। इसके बाद बच्चों द्वारा संविधान की उपयोगिता पर आधारित आकर्षक नाटक मंचित किया गया, जिसे उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों ने खूब सराहा। छात्र समर्थ तथा शिक्षक सागर जोशी ने भारतीय संविधान की महत्ता, उद्देश्यों तथा राष्ट्रीय एकता और अखंडता में उसकी भूमिका पर प्रभावशाली और प्रेरणादायी भाषण दिया। उनके विचारों ने विद्यार्थियों को देश के भविष्य निर्माण में अपनी भूमिका समझने के लिए प्रेरित किया। सभा में अंश भारद्वाज, आकाशी दुबे, शिवन्या, नव्य शर्मा, कीर्ति, समर्थ, रुद्राक्ष, पुष्कर, रिद्धि, काव्यांश और चिराग शर्मा ने सक्रिय सहभागिता निभाकर कार्यक्रम को सफल बनाया। इसी अवसर पर सभी विद्यार्थियों ने राष्ट्र के संविधान के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करते हुए संविधान की शपथ भी ग्रहण की। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। आस्था पाठक को वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, वहीं छात्र अभिषेक चाहर को कांस्य पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रधानाचार्य जे.के. अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संविधान देश का सर्वोच्च विधान है। संविधान दिवस केवल लोकतंत्र की शक्ति और संविधान की महत्ता को रेखांकित नहीं करता, बल्कि यह संविधान निर्माताओं के प्रति हमारी श्रद्धा का प्रतीक भी है। हमारा संविधान नागरिकों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का मार्ग भी दिखाता है। इसकी शक्ति सर्वोच्च है और एक जागरूक, कर्तव्यनिष्ठ एवं आदर्श नागरिक बनने के लिए संविधान की भावना को समझना अत्यंत आवश्यक है। अंत में प्रधानाचार्य ने सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और कार्यक्रम संपन्न हुआ।












