
सासनी 25 नवंबर । विद्यापीठ इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ राजीव कुमार अग्रवाल के निर्देशन में आज गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस मनाया गया। प्रधानाचार्य डॉ राजीव कुमार अग्रवाल व समस्त शिक्षकों ने गुरु तेग बहादुर के छवि चित्र पर माल्यार्पण किया। प्रधानाचार्य ने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी सिख धर्म के नौवें गुरु थे, जिनका जीवन साहस और त्याग का प्रतीक है. उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया. उनका शहीदी दिवस हमें न्याय, समानता और मानवाधिकारों के लिए खड़े होने की प्रेरणा देता है। शिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि उनका जन्म 1 अप्रैल, 1621 को अमृतसर में हुआ था और उनका मूल नाम त्याग मल था। उन्हें मार्शल आर्ट, तलवारबाजी और घुड़सवारी का प्रशिक्षण दिया गया था। .सिख धर्म के नौवें गुरु थे। वे छठे गुरु हरगोबिंद के सबसे छोटे पुत्र थे और एक कुशल योद्धा, विद्वान और कवि थे। उन्होंने मुगल सम्राट औरंगजेब के अत्याचार का विरोध किया और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया, जिसके कारण उन्हें “हिंद दी चादर” कहा जाता है। उनका बलिदान बाद में सिखों के लिए खालसा पंथ की स्थापना की ओर ले गया। 20 मार्च, 1664 को सिखों के नौवें गुरु बने और 1675 में अपनी मृत्यु तक इस पद पर रहे। इस अवसर पर संजय कुमार, राजीव कुमार, भारत सिंह, विनय कुमार, नीरज गुप्ता, अशोक कुमार, महेंद्र प्रकाश सैनी, मुकेश दिवाकर, हनी वशिष्ठ, सतीश कुमार, यश कुशवाहा तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे










