
हाथरस 24 नवम्बर । कांग्रेस जिला अध्यक्ष विवेक उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश में जारी SIR (स्पेशल इंटीग्रेटेड रिवीजन) प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार के दबाव में आयोग निष्पक्ष रूप से SIR प्रक्रिया नहीं चला पा रहा है, जिसके कारण कई अनियमितताएँ सामने आ रही हैं। विवेक उपाध्याय ने कहा कि प्रशासन ने बिना पर्याप्त प्रशिक्षण दिए ही बीएलओ को घर-घर जाकर फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी सौंप दी, लेकिन यह व्यवस्था जमीनी स्तर पर पूरी तरह विफल दिखाई दे रही है। कई BLO अत्यधिक दबाव में काम कर रहे हैं, जिससे वे मानसिक तनाव में हैं, नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं या फिर खानापूर्ति करते हुए घर-घर न जाकर एक ही स्थान पर बैठकर अन्य माध्यमों से फार्म भरवा रहे हैं। इस अव्यवस्था का सीधा असर मतदाताओं पर पड़ रहा है, जिन्हें फॉर्म भरने में तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा समर्थक कार्यकर्ता सक्रिय रूप से सिर्फ अपने समर्थकों के फॉर्म भरवा रहे हैं, ताकि विपक्षी मतदाताओं के नाम SIR प्रक्रिया में शामिल न हों। उपाध्याय के अनुसार, अन्य राज्यों में भी इसी तरह की शिकायतें सामने आ चुकी हैं, जिससे प्रक्रिया की निष्पक्षता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगते हैं। जिला अध्यक्ष ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि SIR प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न की जाए और हर पात्र मतदाता का नाम सही तरीके से शामिल किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आती है, तो उसकी जिम्मेदारी शासन–प्रशासन की होगी और कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी।














