
हाथरस 24 नवम्बर । निस्वार्थ सेवा संस्थान ने एक बार फिर सामाजिक जिम्मेदारी और मानवता की उत्कृष्ट मिसाल पेश करते हुए जोगिया गाँव में एक जरूरतमंद परिवार की बेटी के विवाह में सहयोग प्रदान किया। संस्थान को जानकारी मिली थी कि गाँव में एक बेटी का विवाह है और परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। सूचना मिलते ही संस्थान की टीम तुरंत गाँव पहुँची और वास्तविक स्थिति जानकर मदद का निर्णय लिया। हर पिता चाहता है कि बेटी का विवाह हँसी-खुशी संपन्न हो, लेकिन जब आर्थिक स्थितियाँ बाधा बनती हैं, तो उस खुशी पर चिंता की परछाई पड़ने लगती है। ऐसे ही कठिन समय में निस्वार्थ सेवा संस्थान परिवार का सहारा बनकर आगे आया और बेटी के पिता के चेहरे पर छाई चिंता को प्रेम व सहयोग से दूर कर दिया।
संस्थान के सदस्यों ने बेटी के विवाह हेतु गृहस्थी का आवश्यक सामान भेंट किया, जिसमें शामिल था—7 साड़ियाँ, 2 बेडशीट, 1 बड़ा व 1 छोटा आर्टिफिशियल सेट, 2 आर्टिफिशियल अंगूठियाँ, 2 जोड़ी स्लीपर, मिक्सी, प्रेस, 12 लीटर का वाटर कूलर, बाथरूम सेट, टी केतली, कुकर, डिनर सेट, डाइनिंग सेट, 6 पीस बॉटल सेट, पंखा, टी-शुगर सेट, 3 पीस का कसारोल सेट और मिल्टन बॉटल। संस्था ने बेटी के पिता को प्रतीक चिन्ह और पटका पहनाकर सम्मानित भी किया। परिवार ने संस्थान के इस सहयोग को भावुक होकर स्वीकार किया और कहा कि यह मदद उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि निस्वार्थ सेवा संस्थान ने उनकी बेटी के विवाह को एक उत्सव का रूप दे दिया। संस्थान के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने कहा कि किसी भी बेटी को साधनों की कमी के कारण अपने सपने नहीं छोड़ने चाहिए। बेटी का विवाह केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। संस्थान आगे भी इसी भावना से जरूरतमंद परिवारों की मदद करता रहेगा। जोगिया गाँव के ग्रामीणों ने भी संस्थान की इस पहल की सराहना की और इसे सहयोग व संवेदनशीलता का सुंदर उदाहरण बताया। इस अवसर पर अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, कोऑर्डिनेटर चंद्र प्रकाश अग्रवाल, सह सचिव तरुण राघव, विशाल सोनी, सौरभ शर्मा, आलोक अग्रवाल, सुनील कुमार सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।














