
हाथरस 23 नवंबर । नगर पालिका परिषद ने शहर में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए बड़ी योजना तैयार की है। शहर के साथ-साथ हाल ही में शामिल हुए आठ ग्रामीण वार्डों में पेयजल व्यवस्था को सुधारने के लिए लगभग चार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके तहत 400 नये हैंडपंप, नई एचडीपीई पाइपलाइन, आरओ वाटर प्लांट और पुराने मोटर पंप की मरम्मत जैसे कार्य जल्द शुरू होंगे। शहर के विभिन्न वार्डों से लगातार लचर पेयजल आपूर्ति की शिकायतें मिल रही थीं। आम लोग आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से शिकायतें दर्ज करा रहे थे, जबकि सभासद भी समाधान के लिए लगातार प्रयासरत थे। स्थिति को देखते हुए जलकल विभाग ने विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। नगर पालिका के नए परसीमन में शामिल हुए आठ वार्ड ग्रामीण क्षेत्र के होने के कारण वहां पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 400 हैंडपंप लगाए जाएंगे, जिस पर 3.27 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही भूरापीर गली नंबर तीन और वार्ड 21 में चामुंडा मिष्ठान से बड़ी मस्जिद तक नई एचडीपीई पाइपलाइन डाली जाएगी। लगभग 21.47 लाख रुपये की लागत से होने वाले इस कार्य से 250 से अधिक परिवारों को पानी की बेहतर आपूर्ति मिल सकेगी। इसके अलावा ओढ़पुरा तिराहा स्थित भूमिगत जलाशय के दोनों मोटर पंप सेट की मरम्मत होगी। चेतेश्वर मंदिर और चमन तकिया क्षेत्र में नए सबमर्सिबल पंप लगाए जाएंगे। मुख्य पंपिंग स्टेशन की विद्युत फिटिंग भी बदली जाएगी। इन कार्यों पर लगभग 24.74 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है। नगर पालिका के ईओ रोहित सिंह के अनुसार, “स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए जल अनुभाग के माध्यम से कई कार्ययोजनाएं तैयार की गई हैं। जनता और सभासदों की मांग को ध्यान में रखते हुए इन योजनाओं पर जल्दी ही कार्य शुरू कराया जाएगा, जिससे आम जनता को राहत मिल सके।” शहर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तीन प्रमुख स्थानों तालाब चौराहा, नगर पालिका कार्यालय परिसर और बागला डिग्री कॉलेज पर आरओ वाटर प्लांट भी लगाए जाएंगे। प्रत्येक स्थान पर 500 लीटर प्रति घंटे क्षमता वाले आरओ प्लांट के साथ 1.5 टन क्षमता का चिलर लगाया जाएगा। आरओ प्लांट लगाने पर 26.20 लाख रुपये खर्च होंगे। नगर पालिका की इस व्यापक कार्ययोजना से शहर और नए ग्रामीण वार्डों में पेयजल संकट काफी हद तक दूर होने की उम्मीद है।












