
हाथरस 22 नवंबर । कस्बा हाथरस जंक्शन के रेलवे रोड देवी नगर निवासी राजनाथ प्रताप सिंह के तीन बेटों में से छोटा तनिष्क छह माह का था। एक सप्ताह पहले तबियत खराब होने पर राजनाथ बच्चे को पिता जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर आए। यहां पर बच्चे के चेहरे पर चोट नजर आई। जिस पर पर बच्चे का एक्स-रे व सीटी स्केन भी कराया गया। इमरजेंसी में तैनात ईएमओ ने बच्चे को चोट बताई। सीटी स्केन में बच्चे के बांये तरफ आंख के नीचे खोपड़ी में फ्रेक्चर आया। हाथ में भी अंदरूनी चोट थी। इस पर उसे हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई। बताते हैं कि इसके बाद भी परिजन बच्चे को घर ले गए थे। शनिवार की सुबह लगभग आठ बजे बच्चे ने अचानक दमतोड़ दिया। बच्चे द्वारा कोई हरकत न करने पर उसे पास ही के अस्पताल लेकर गए। यहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे का चेहरा व बांया हिस्सा नीला पड़ा हुआ था। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बच्चे के पिता का कहना है कि 12 नवंबर को बच्चे के हाथरस जंक्शन में ही इंजेक्शन लगाया गया था। पिता ने उसी इंजेक्शन के कारण बच्चे की मौत होने की संभावना व्यक्त की है। डा. राजीव रॉय सीएमओ ने बताया कि इंजेक्शन से मौत किसी की मौत नहीं होती है। इंजेक्शन सुरक्षित हैं, इससे कभी कोई तबियत खराब का भी केस सामने नहीं आया है। जांच में बता दिया गया था बच्चे के दाहिने हिस्सों में चोट है। वह गिरा था, लेकिन परिजन इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। बताने के बाद भी सही उपचार नहीं कराया गया। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, ताकि मौत का कारण स्पष्ट हो सके।











